- महा विकास अघाड़ी में एक बार फिर विवाद ने दी दस्तक
- कांग्रेस को नंबर एक पार्टी वाले बयान पर बवाल
- कांग्रेस नेताओं ने कहा कि गठबंधन में किसी तरह का विवाद नहीं
महाराष्ट्र विकास अघाड़ी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. दरअसल इस सवाल का जवाब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस जवाब से मिलता है जिसमें वो खुद ड्राइविंग सीट पर बैठा हुआ नहीं बताते हैं। उनके मुताबिक वो को सिर्फ एक घटक दल है और सरकार चलाने में मदद कर रहे हैं। लेकिन नाना पटोले को जबसे महाराष्ट्र कांग्रेस की कमान दी गई है उसके बाद एक तरह से खींचतान बढ़ गई।
बार बार एमवीए में विवाद क्यों
सवाल बार बार उठ रहे हैं कि नाना पटोले के इस बयान का अर्थ क्या है कि कांग्रेस को कम करके ना आंका जाए या कांग्रेस अकेले बहुत कुछ कर सकती है। इस सिलसिले में शिवसेना और एनसीपी की तरफ से सधी टिप्पणी आती है कि हर एक दल को अपने विस्तार का अधिकार है। लिहाजा नाना पटोले के बयान को सरकार के अंदर खींचतान से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
नाना पटोले के बयान पर विवाद
अब इस तरह की बातों के बीच आखिर क्या हुआ कि बात इतनी बढ़ गई। दरअसल 10 जुलाई को नाना पटोले ने कहा था कि हम महा विकास अघाड़ी में हैं, लेकिन कुछ लोग पीठ में छूरा भोंकने का काम कर रहे हैं। नाना पटोले ने कहा कि राज्य में कांग्रेस को बीजेपी टारगेट कर रही है। मैंने जो कहा था उसका गलत मतलब निकाला गया। आप कह सकते हैं कि बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया। कांग्रेस राज्य में नंबर एक पार्टी बनेगी। बहुत से ऐसे लोग हैं कि जो कांग्रेस की तरक्की से खुश नहीं है। जहां तक बीजेपी की बात है तो उसका दम पेट्रोल डीजल की कीमतों और महंगाई पर फूल जाएगा।
कांग्रेस ने क्या कहा
कांग्रेस नेता एच के पाटिल कहते हैं कि पहली बात तो ये कि हम किसी तरह की सौदेबाजी नहीं करते। लेकिन कुछ मुद्दे ऐसे थे जिस पर हम लोगों ने सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और उसे सुना भी गया। जब कभी कोई मुद्दा उठा है तो महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष और सीनियर लीडर अशोक चव्हाण ने सीएम से मुलाकात की है इसमें कोई नई बात नहीं है।