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Mumbai Bank Closed: मुंबई में 28-29 मार्च को बंद रहेंगे सरकारी बैंक, ट्रेड यूनियनों ने किया भारत बंद का आह्वान

Updated Mar 27, 2022 | 20:32 IST

Mumbai Bank Closed: देश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में 28 और 29 मार्च को सरकारी बैंक बंद रह सकते हैं। दरअसल नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ ट्रेड यूनियनों ने मुंबई समेत पूरे भारत में दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है। बैंक यूनियन ने भी आंदोलन में शामिल होने की इच्छा जताई है।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
मुंबई में 28-29 मार्च को बंद रहेंगे सरकारी बैंक
मुख्य बातें
  • मुंबई में 28 और 29 मार्च को बंद रह सकते हैं सरकारी बैंक
  • ट्रेड यूनियनों ने मुंबई सहित भारत बंद का आह्वान किया
  • बैंक यूनियन ने भी आंदोलन में शामिल होने का ऐलान किया

Mumbai Bank Closed: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ ट्रेड यूनियनों ने मुंबई समेत पूरे भारत में दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है। बैंक यूनियन ने भी आंदोलन में शामिल होने की इच्छा जताई है। संघ ने कहा कि आंदोलन राज्य के स्वामित्व वाले बैंकों के निजीकरण और बैंकिंग अधिनियम 2021 की नीतियों के खिलाफ होगा। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने खाताधारकों को चेतावनी दी है कि 28-29 मार्च की देशव्यापी हड़ताल का बैंकिंग सेवाओं पर बड़ा असर पड़ सकता है। सेंट्रल ट्रेड यूनियन के ज्वाइंट फोरम ने सोमवार और मंगलवार को सरकार की नीतियों पर आक्रामक रुख अपनाते हुए हड़ताल का आह्वान किया था।

गौरतलब है कि अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने हड़ताल का समर्थन किया है। 22 मार्च को सभी संगठनों की बैठक हुई। बैठक में सभी मुद्दों पर चर्चा के बाद दो दिवसीय हड़ताल की घोषणा की गई। संघ के प्रतिनिधियों के अनुसार केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी,किसान विरोधी, जनविरोधी और राष्ट्र विरोधी नीतियों के खिलाफ हड़ताल वापस ले ली गई। बैंक यूनियन की निजीकरण नीति का विरोध तेज होता दिख रहा है। सरकार ने 2021 के बजट में घोषणा की कि वह राज्य के स्वामित्व वाले बैंकों का निजीकरण कर रही है। बैंकों में कई ऐसे कर्मचारी हैं जो सेवानिवृत्त होने वाले हैं, अगर वे हड़ताल में शामिल होते हैं तो उनकी सुविधाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस आंदोलन में कोयला, इस्पात, तेल, दूरसंचार, बीमा और डाक विभागों के कर्मचारियों के शामिल होने की उम्मीद है। आंदोलन को सफल बनाने के लिए रेलवे और सुरक्षाकर्मी भी कमर कस रहे हैं।

बैंक कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि बैंक यूनियन की हड़ताल से 28 मार्च और 29 मार्च को बैंक का कामकाज प्रभावित होगा। हड़ताल निजीकरण के खिलाफ है। एसबीआई की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि हम यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करेंगे कि इस दौरान ग्राहकों को किसी तरह की दिक्कत न हो।
 
एटीएम से पैसे निकालने में भी होगी दिक्कत
बैंक अधिकारियों ने कहा कि अगर इन चार दिनों के दौरान बैंक में कोई काम नहीं किया जाता है तो बैंक के एटीएम भी खाली हो सकते हैं। उनका कहना है कि महानगरों और बड़े शहरों में जहां तीसरे पक्ष भुगतान करते हैं, वहां कोई समस्या नहीं होगी। हालांकि, उन एटीएम में नकदी खत्म हो सकती है जहां बैंक कर्मचारी नकदी भरते हैं।

बैंकों के निजीकरण के खिलाफ करेंगे हड़ताल का आह्वान
खास कर ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉइज एसोसिएशन  ने दो दिन की हड़ताल का ऐलान किया है। इस हड़ताल में बैंक कर्मचारी शामिल होंगे। हड़ताल का आह्वान बैंकों के निजीकरण के विरोध में किया गया था। हालांकि, बैंकों ने आश्वासन दिया है कि वे यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करेंगे कि हड़ताल के दौरान परिचालन प्रभावित न हो।

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