- स्कूलों में छात्रों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जाएगी
- जून महीने से होगी शुरूआत
- BMC ने कोविड-19 महामारी के चलते लिया फैसला
BMC Digital India: बीएमसी ने डिजीटल इंडिया की ओर एक बड़ा कदम उठाया है। बृहन्मुंबई नगर निगम ने आगामी शैक्षणिक वर्ष से मुंबई के सभी पब्लिक स्कूलों में प्रत्येक छात्र का स्वास्थ्य डेटा रखने का निर्णय लिया है। इसकी शुरुआत जून में होगी। यह फैसला कोविड-19 महामारी के चलते लिया गया है। कहा जाता है कि दूध का जला छाछ भी फूंक फूंक कर पीता है। बीते साल स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद खराब रहे हैं। जिसके चलते कई जिंदगियां असमय काल के गाल में समा गईं।
बीएमसी बीते सालों के स्वास्थ्य रिकार्ड को ध्यान में रखकर आगे की तैयारी कर रही है। कोरोना के अलावा किसी भी तरह की महामारी से निपटने के लिए तैयारी पहले से की जा रही है। स्कूली छात्रों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड को संभाल के रखने के लिए साफ्टवेयर की भी मदद ली जाएगी। इसके लिए तैयारी हो चुकी है। अगले सत्र से ये योजना शुरू की जाएगी।
एक क्लिक पर छात्र की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी मिलेगी
बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि एक साफ्टवेयर विकसित किया जा रहा है जो यह सुनिश्चित करेगा कि प्रत्येक छात्र का स्वास्थ्य संबंधी सभी डेटा एक क्लिक पर उपलब्ध हो जाए। बीएमसी शिक्षा विभाग की ओर से समय-समय पर जांच, बच्चे के विशिष्ट स्वास्थ्य या चिकित्सा स्थिति, पूर्व में किए गए उपचार के साथ-साथ चल रही दवाओं के रिपोर्ट का मिलान किया जाएगा। यह सारी जानकारी डिजीटल रूप से उपलब्ध होगी और समय-समय पर इस तरह की जरूरत वाले छात्रों को चिकित्सा विशेषज्ञ सुझाव भी देंगे।
आवश्यकता होने पर मुफ्त में इलाज भी होगा
बीएमसी के शिक्षा विभाग के अनुसार वह स्कूलों में नियमित स्वास्थ्य जांच करेगा और प्रत्येक जांच का रिकॉर्ड साफ्टवेयर पर अपलोड किया जाएगा। यदि इन अभिलेखों के माध्यम से किसी बच्चे को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या होती हुई दिखाई देती है तो उसका इलाज भी किया जा सकता है। विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बीएमसी द्वारा संचालित अस्पतालों में यदि आवश्यक हो तो मुफ्त में इलाज किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि इस पहल को गैर सरकारी संगठनों का भी सहयोग मिलेगा। स्कूली छात्रों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना ही इस योजना का उद्देश्य है।