- एक गांव में पांच लोगों की मौत का कारण बना था जल संकट
- अब नगर निगम कर रहा पानी की सप्लाई की व्यवस्था
- नगर निगम के इस कदम से गांव से दूर हो जाएगी किल्लत
राजधानी मुंबई में कल्याण डोंबिवली नगर निगम उस गांव के लिए स्थायी जलापूर्ति की व्यवस्था करेगा, जिसमें तीन बच्चों सहित एक परिवार के पांच लोग खदान में डूब गए थे। उन्होंने बताया कि केडीएमसी आयुक्त विजय सूर्यवंशी ने संदप गांव में पानी की समस्या का समाधान ढूंढ़ने और आपूर्ति की स्थायी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। अधिकारी ने कहा कि एमआईडीसी संदप सहित केडीएमसी के तहत 27 गांवों में पानी की आपूर्ति करता है। हालांकि, दबाव कम है। हमने अब एमआईडीसी से अतिरिक्त 1.5 मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) की मांग की है। मालूम हो कि हाल ही में ठाणे जिले के डोंबिवली के पूर्व में एक पानी से भरी खदान में तीन बच्चों सहित एक ही परिवार के पांच सदस्य डूब गए, जहां वे शनिवार को कपड़े धोने गए थे।
मृतकों की पहचान मीरा गायकवाड़ (55), उनकी बहू अपेक्षा गायकवाड़ (30), और उनके पोते मयूरेश गायकवाड़ (14), मोक्ष गायकवाड़ (13) और सिद्धेश गायकवाड़ (14) के रूप में हुई थी। पुलिस के मुताबिक, घटना शाम करीब चार बजे संदप गांव की है। उस समय बहू और दादी कपड़े धो रहे थे, तभी एक बच्चा फिसल कर पानी में गिर गया। अन्य बच्चे को बचाने के लिए पानी में कूद पड़े। जो सभी डूब गए।
इलाके में खदान में में कपड़े धोने को मजबूर लोग
एक अधिकारी ने बताया कि, यहीं एक स्थानीय ने पुलिस और दमकल को सूचना दी। दमकल की गाड़ी ने परिवार के पांच सदस्यों को बाहर निकाला लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, इलाके में पानी के संकट ने कई लोगों को खदान में कपड़े धोने को मजबूर कर दिया है। निवासी गणेश गायकवाड ने कहा कि देसले पाड़ा और भोपर जैसे गांव और आसपास के इलाकों में लोग अपने कपड़े धोने के लिए खदान में आते हैं।
वहीं पुलिस ने कहा कि, निवासियों ने कहा कि, शनिवार को क्षेत्र में पानी की आपूर्ति नहीं थी। बता दें कि इस घटना के बाद जल अधिकारियों की नींद खुली है और अब संदप गांव को स्थाई तौर पर पानी आपूर्ति करने का कार्य किया जाएगा और उन्हें भरपूर पानी मिलने की संभावना जताई जा रही है।