- मुंबई स्थित कराची स्वीट्स का नाम बदलने की मांग शिवसेना के एक नेता ने की है
- इस पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि यह पिछले 60 वर्षों से यहां है
- उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान से इसका कोई कनेक्शन नहीं है
मुंबई : मुंबई में स्थित कराची बेकरी और कराची स्वीट्स का नाम बदलने की मांगों के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि यह मुंबई में पिछले 60 वर्षों से है और इसका पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं है। उनकी यह टिप्पणी कराची नाम बदलने को लेकर शिवसेना के ही नेता नितिन नंदगांवकर की मांग के बाद आई है। उन्होंने यह भी कहा कि कराची नाम बदलने को लेकर शिवसेना नेता ने जो कुछ भी कहा है, वह पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है।
संजय राउत ने ट्वीट कर कहा, 'कराची बेकरी और कराची स्वीट्स मुंबई में पिछले 60वर्षों से हैं। उनका पाकिस्तान से कोई लेना देना नहीं है। इस कारोबार को निर्वासित सिंधी पंजाबी बंधुओं ने शुरू किया था। इस बेकरी का नाम बदलने की मांग का कोई मतलब नहीं है। यह शिवसेना का आधिकारिक रुख नहीं है।'
क्या है मामलाा?
यहां उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें शिवसेना नेता नितिन नंदगांवकर को बांद्रा स्थित कराची स्वीट्स के मालिक को यह कहते सुना जा रहा है कि वह अपनी दुकान का नाम बदलकर कुछ मराठी में रख लें। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कराची नाम पसंद नहीं है, क्योंकि इसका संबंध पाकिस्तान से है।
वीडियो में उन्हें कहते सुना जा रहा है कि आप कोई भी नाम रख सकते हैं, जो आप चाहें। आप इसका नाम अपने पूर्वजों पर रख सकते हैं, पर कराची नहीं। बताया जा रहा है कि इसके बाद दुकान मालिक ने उस जगह को पेपर से ढक दिया है, जहां कराची लिखा है।