- फिल्म स्पेशल 26 की तरह चोरों के एक गिरोह ने व्यापारी के घर पर लूट की
- चोर घर पर आयकर विभाग के अधिकारी बनकर पहुंचे
- पुलिस ने इस मामले में चार बदमाशों को गिरफ्तार किया
Mumbai Crime News: बहुत सी फिल्में और वेब सीरीज ज्यादातर दर्शकों के मनोरंजन का काम करती है लेकिन कुछ शातिर दिमाग वाले फिल्म देखने के बाद आपराधिक घटना को अंजाम देने की सोचने लगते हैं। मुंबई में एक ऐसी ही घटना सामने आई है। जहां अक्षय कुमार और अनुपम खेर की फिल्म स्पेशल 26 की तरह चोरों के एक गिरोह ने एक व्यापारी के घर पर ही जाकर लूट की है। चोरों का यह गिरोह व्यापारी के घर पर आयकर विभाग का अधिकारी बनकर पहुंचा था।
पीड़ित व्यापारी मयंक बजाज विक्रोली पश्चिम के हीरानंदानी के मेफेयर सोनाटा ग्रीन बिल्डिंग में रहते हैं। उनके घर पर आयकर विभाग के अधिकारी बन 8 चोर उस वक्त आए जब मयंक की मां घर पर अकेली थीं। चोर घर से एक लाख रुपए नकद लेकर भाग गए। पार्क साइट पुलिस ने इस मामले में चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
घर की नौकरानी निकली चोरों के गिरोह की सदस्य
पुलिस ने बताया कि परिवार की घरेलू सहायिका 40 वर्षीय नीता कांबले ने गिरोह को घर में रखी बड़ी रकम की सूचना दी थी। जिसके चलते उन्होंने चोरी की साजिश रची। आरोपी पीड़ित व्यापारी के घर फॉर्मल कपड़े पहनकर पहुंचे और आयकर अधिकारियों के पदनाम वाले नकली पहचान पत्र दिखाए। उन्होंने घर में घुसने से पहले परिवार के सदस्यों को फर्जी तलाशी वारंट भी दिखाया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान धीरज कांबले, प्रशांत भटनागर, वसीम कुरैशी और एजाज खान के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि रैकेट के मास्टरमाइंड नितिन कोठारी, नीता कांबले, मरियम अप्पा और शमीम खान अभी भी फरार हैं। आरोपी घरेलू सहायिका नीता कांबले पिछले छह साल से बजाज के यहां नौकरी कर रही थी। जबकि आरोपी धीरज कांबले पीड़ित बजाज का ड्राइवर था। नीता और धीरज एक ही मोहल्ले में रहते थे।
ऐसे दिया था घटना को अंजाम
पुलिस ने बताया कि धीरज दो साल पहले एक कॉमन फ्रेंड के जरिए धारावी निवासी नितिन कोठारी से मिला और दोस्त बन गया। पांचों संदिग्ध कोठारी, भटनागर, कुरैशी, मरियम अप्पा और शमीम खान जुलाई के अंतिम सप्ताह में दोपहर के समय एक इनोवा में बजाज के घर पहुंचे। उन्होंने बजाज की मां को फर्जी तलाशी वारंट दिखाया क्योंकि उस समय बजाज की पत्नी बाहर थी। घर की तलाशी ली गई तो लॉकर में एक लाख रुपए मिले। जब वे वहां थे व्यवसायी की पत्नी घर लौट आई, जहां आरोपी ने उसका मोबाइल फोन छीन लिया और जाने से पहले फोन उसे वापस कर दिया। बजाज की पत्नी ने उन्हें छापे के बारे में बताया तो उसने आयकर अधिकारियों को फोन जानकारी ली लेकिन विभाग ने कहा कि उनकी ओर से ऐसी कोई छापेमारी नहीं हुई। इसके बाद बजाज ने पार्क साइट पुलिस स्टेशन में चोरी का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और पाया कि इनोवा एजाज खान की थी जिसने इसे कोठारी को एक दिन के लिए किराए पर दी थी। आखिरकार परिवार के कर्मचारियों धीरज और नीता की संलिप्तता सामने आई। धीरज ने कोठारी को नकदी के बारे में जानकारी दी थी जिसके बाद चोरी की साजिश रची थी।