- पांच दिनों में मिला करीब ढाई करोड़ कैश का चढ़ावा
- भक्तों ने करीब ढाई किलो सोना और 29 किलो चांदी चढ़ाई
- इस बार लालबाग में राम मंदिर की तरह सजा है बप्पा का दरबार
LaLbaugcha Raja: गणेशोत्सव को लेकर मुंबई में अगल ही धूम देखने को मिलती है। कोरोना महामारी के दो साल बाद आयोजित हो रहे गणेशोत्सव में शामिल होने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। लालबाग के राजा, जो मुंबई में प्रसिद्ध हैं और एक नवासला के रूप में ख्याति रखते हैं, एक बार फिर लालबाग क्षेत्र में विराजमान हैं। लालबाग के राजा के दर्शन के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में गणेश भक्त पहुंच रहे हैं। यही कारण है कि गणेशोत्सव शुरू हुए पांच दिन के अंदर ही भक्तों द्वारा राजा को करोड़ों रुपये का चढ़ावा आ गया।
गणेश उत्सव के पांचवें दिन लालबाग के राजा की दान पेटी को जब खोला गया तो सभी हैरान रह गए। इस दान पेटी में बड़ी संख्या में कैश और सोना-चांदी मिला। राजा की दान पेटी की गिनती की जब गिनती की गई तो उसमें 2,49,50000 कैश, 2518.78 ग्राम गोल्ड और 29164 ग्राम सिल्वर मिला। बता दें राजा के लिए भक्तों की तरफ से आने वाले दान में कैश, सोने-चांदी के जेवरात, चॉकलेट्स, भगवान के लिए महंगे वस्त्र और अन्य महंगी चीजें शामिल होती हैं। बता दें कि दो साल पहले वर्ष 2019 में लालबाग के चरणों में भक्तों ने 10 दिनों में 8 करोड़ का चढ़ावा चढ़ाया था।
अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की तरह सजा है बप्पा का दरबार
हर बार की तरह इस बार भी लालबाग के राजा का पंडाल मुंबई में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस बार बप्पा का दरबार अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की तरह बनाया गया है। यहां पर गणेश जी लाल रंग के वस्त्र धारण किए हुए हैं। उनके एक हाथ में चक्र है और शाही अंदाज में सिंहासन पर विराजमान है। इस बार लालबागचा राजा की प्रतिमा 12 फीट लंबी है। लालबाग के राजा के दर्शन के लिए सिर्फ आम जनता ही नहीं बल्कि, बड़े बड़े स्टार व नेता भी यहां पहुंचते रहते हैं। माना जाता है कि यहां पर बप्पा के दर्शन करना बहुत ही सौभाग्यशाली होता है। बता दें कि, लालबाग में पंडाल की स्थापना वर्ष 1934 में की गई थी।