- राकांपा सुप्रीमो ने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के पत्र की टाइमिंग पर सवाल उठाए
- पवार ने कहा कि सिंह ने जिस समय का हवाला दिया है उस समय देशमुख अस्पताल में भर्ती थे
- राकांपा प्रमुख ने देशमुख के इस्तीफे की मांग को खारिज किया, फड़णवीस ने किया पलटवार
मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुखिया शरद पवार ने सोमवार को महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का खुलकर बचाव किया। साथ ही उन्होंने पर मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के पत्र की टाइमिंग पर सवाल उठाए। सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे गए पत्र में देशमुख पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उन्हें 100 करोड़ रुपए जुटाने का टार्गेट दिया था। इस मामले में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए राकांपा सुप्रीमो ने कहा कि देशमुख के इस्तीफे का सवाल पैदा नहीं होता। सिंह के पत्र पर सवाल उठाते हुए पवार ने कहा कि चिट्ठी में देशमुख और वाजे के बीच मुलाकात के जिस समय का उल्लेख किया गया है उस वक्त देशमुख अस्पताल में थे।
पवार ने परमबीर सिंह के पत्र की टाइमिंग पर सवाल उठाए
पवार ने कहा कि चिट्ठी में परमबीर सिंह ने कहा है कि फरवरी में देशमुख और वाजे की मुलाकात हुई थी लेकिन उस समय अनिल अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने कहा कि देशमुख और वाजे के बीच फरवरी में कोई बातचीत नहीं हुई थी। राकांपा नेता ने देशमुख के इस्तीफे की मांग को भी खारिज किया। पूर्व कमिश्नर की चिट्ठी के बाद भाजपा उद्धव सरकार पर हमलावर है और देशमुख के इस्तीफे की मांग कर रही है। जबकि राकांपा का कहना है कि यह महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने की एक 'साजिश' है।
फड़णवीस ने कहा-उस समय पीसी करते नजर आए देशमुख
वहीं, पवार के दावे पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने सवाल उठाया है। अपने एक ट्वीट में फड़णवीस ने कहा, 'शरद पवार का कहना है कि गृह मंत्री अनिल देशमुख 15 फरवरी से 27 फरवरी तक होम क्वरंटाइन में थे लेकिन वास्तव में इस दौरान वह अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ संवाददाता सम्मेलन में नजर आए।' फड़णवीस ने देशमुख का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह पत्रकारों से बातचीत करते नजर आए हैं।
महाराष्ट्र एटीएस की जांच सही दिशा में-पवार
देशमुख के इस्तीफे की भाजपा की मांग पर पवार ने कहा, 'पूर्व कमिश्नर के पत्र को यदि आप देखें तो उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि फरवरी के मध्य में उन्हें कुछ अधिकारियों ने बताया कि उन्हें गृह मंत्री से निर्देश मिले हैं। छह से 16 फरवरी तक देशमुख कोरोना की वजह से अस्पताल में थे।' जाहिर है कि जिस दौरान ये आरोप लगाए गए उस समय देशमुख अस्पताल में थे। राकांपा सुप्रीम ने कहा कि एंटीलिया केस में महाराष्ट्र एटीएस की जांच सही दिशा में चल रही है।