- धारावी में कोरोना का कहर काफी तेज हो गया था
- सिर्फ धारावी में कोरोना के मामले 2300 से ज्यादा हैं
- जून के अंत तक यहां कोरोना के संक्रमण पर काबू पा लिया गया
नई दिल्ली: मुंबई के धारावी में कोरोना वायरस के संक्रमण को जिस तरह खत्म किया गया, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने उन प्रयासों की प्रशंसा की है। एशिया के सबसे बड़े स्लम के तौर पहचान रखने वाले धारावी का हाल काफी खराब था, लेकिन वहां स्थिति पर काबू पा लिया गया है। डब्ल्यूएचओ महानिदेशक टेड्रोस अधानोम गेब्रेयसस ने कहा कि इटली, स्पेन, दक्षिण कोरिया और धारावी ने दिखाया है कि आक्रामक कार्रवाई के जरिए वायरस पर अंकुश लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, 'पिछले छह हफ्तों में मामले दोगुने से ज्यादा हो गए हैं। दुनियाभर से ऐसे कई उदाहरण हैं जिन्होंने दिखाया है कि भले ही प्रकोप बहुत तीव्र हो, फिर भी इसे नियंत्रण में लाया जा सकता है। और इनमें से कुछ उदाहरण इटली, स्पेन और दक्षिण कोरिया और यहां तक कि धारावी भी है, जो मुंबई का एक घनी बस्ती वाला इलाका है। कम्यूनिटी एंगेजमेंट और टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेशन और उन सभी का इलाज करना जो बीमार हैं, ट्रांसमिशन की चैन को तोड़ने और वायरस को दबाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।'
आदित्य ठाकरे हुए खुश
WHO से मिली प्रशंसा से गदगद राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्वीट किया, 'यह हमारी अपनी धारावी के लिए बहुत बड़ी बात है जिसने वायरस को हराया है। एनजीओ, निर्वाचित प्रतिनिधियों और सबसे महत्वपूर्ण धारावीवालों के साथ राज्य सरकार और बीएमसी की टीमें इसे जारी रखें! प्रयासों को पहचानने के लिए डब्लूएचओ का धन्यवाद।
जून में रहा प्रकोप
विशेषज्ञों का कहना है कि धारावी जून के अंत तक संक्रमण पर काबू पाने में कामयाब रहा। जून के पूरी महीने में धारावी ने प्रतिदिन औसतन 18 नए मामले दर्ज किए, 1 जून (34 नए मामले) को एक दिन में सबसे ज्यादा मामलों दर्ज किए गए। जुलाई के बाद से नए मामलों की संख्या में गिरावट आई है।
मंगलवार यानी 7 जुलाई को धारावी ने केवल एक मामला दर्ज किया, जो कि 2 महीनों में एक दिन में सबसे कम आंकड़ा था। इसके बाद, बुधवार को तीन नए मामले दर्ज किए और गुरुवार को नौ मामले सामने आए। शुक्रवार को 12 नए मामले दर्ज किए गए। धारावी में कुल मामलों की संख्या अब 2359 है, जिसमें 166 सक्रिय मामले हैं।