- जेवर एयरपोर्ट के पास घर बनाने का सपना होगा पूरा
- यमुना प्राधिकरण के लकी ड्रॉ में 415 लोगों का नाम
- चार हजार वर्ग मीटर से 120 वर्ग मीटर तक हैं प्लॉट
Yamuna Authority: यमुना प्राधिकरण ने उन 415 परिवारों का सपना पूरा कर दिया है, जो जेवर एयरपोर्ट के पास आशियाना बनाना चाहते है। यमुना प्राधिकरण की आवासीय भूखंडों की योजना का ड्रॉ कर निकला है। ड्रॉ में एक साथ पैसा जमा करने वालों को प्राथमिकता दी गई। ड्रॉ में 13,763 आवेदक शामिल हुए। पूरी ड्रॉ प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।
बता दें कि, यमुना प्राधिकरण आवासीय भूखंडों की योजना निकाली थी। इस योजना में 415 भूखंड थे। ये भूखंड 120 वर्ग मीटर से लेकर 4000 वर्ग मीटर तक के थे। इस योजना में 16416 आवेदन आए। इसमें 13763 आवेदक पात्र पाए गए। इन्हें ही ड्रॉ में शामिल किया गया। सबसे अधिक भूखंड 120 वर्ग मीटर के थे और आवेदकों की संख्या भी इसी श्रेणी में सबसे अधिक थी।
खुशी से झूम उठे आवेदक
पहले से तय तारीख के तहत यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर पी-3 के सामुदायिक केंद्र में ड्रॉ प्रक्रिया शुरू कराई। स्कूली बच्चों ने ड्रॉ की पर्ची निकाली। ड्रॉ प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी के सदस्य पूरी प्रक्रिया में शामिल रहे। यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि ड्रॉ सुबह 10 बजे से शुरू करा दिया गया। सबसे पहले 4000 वर्ग मीटर के भूखंडों का ड्रॉ निकाला गया। सबसे आखिर में 120 मीटर के भूखंडों का ड्रॉ निकाला गया। जिन आवेदकों का ड्रॉ निकल आया, वे खुशी से झूम उठे।
नहीं निकालने वालों का एक हफ्ते में होगा पैसा वापस
प्राधिकरण ने सफल आवेदकों की सूची अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। आवासीय योजना में जिन आवंटियों का भूखंड निकल आया है, उन्हें पूरा पैसा जमा करना होगा। आवेदक रजिस्ट्रेशन मनी के तौर पर कुल भूखंड की कीमत का 10 प्रतिशत पैसा जमा किया था। जिन आवेदकों का भूखंड नहीं निकला है, उन्हें प्राधिकरण एक हफ्ते के भीतर पैसा वापस कर देगा। ड़ा में सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह, अपर ड्रॉ मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोनिका रानी, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी रविंद्र सिंह, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, ओएसडी शैलेंद्र सिंह और जीएम फाइनेंस समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे।