पटना: बिहार में नीतीश कुमार सरकार के मंत्रिमंडल का मंगलवार को विस्तार हुआ। राज्यपाल फागू चौहान ने कुल 17 नए मंत्रियों ने शपथ दिलाई। शपथ लेने वाले मंत्रियों के बीच मंगलवार को ही विभागों का बंटवारा कर दिया गया। भाजपा के शाहनवाज हुसैन को उद्योग मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है, जबकि जदयू के संजय कुमार झा को जलसंसाधन का दायित्व सौंपा गया है। मंत्रिमंडल विस्तार में शपथ लेने वालों में भाजपा के 9 तथा जदयू के 8 (1 निर्दलीय समेत) लोग शामिल हैं। मंत्री बने शाहनवाज हुसैन को उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि श्रवण कुमार एकबार फिर ग्रामीण विकास विभाग का काम संभालेंगे।
मदन सहनी को समाज कल्याण विभाग की जिम्मेदारी दी गई, जबकि प्रमोद कुमार को गन्ना विभाग व विधि मंत्रालय, संजय कुमार झा को जल संसाधन विभाग व सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, लेशी सिंह को खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग तथा सम्राट चौधरी को पंचायती राज का जिम्मा दिया गया है। इसके अतिरिक्त नीरज कुमार बबलू को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, सुबास सिंह को सहकारिता तथा नितिन नवीन को पथ निर्माण विभाग जैसे अहम विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसी तरह पुलिस अधिकारी रहे सुनील कुमार को मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, सुमित कुमार सिंह को विज्ञान एवं प्रावैधिकी, नारायण प्रसाद को पर्यटन, जयंत राज को ग्रामीण कार्य, आलोक रंजन को कला, संस्कृति और युवा मंत्रालय, जमां खान को अल्पसंख्यक कल्याण तथा जनक राम को खान एवं भूतत्व मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।
शाहनवाज ने उर्दू में, संजय ने मैथिली में ली शपथ
बिहार में मुख्यमंत्री सहित कुल मंत्रियों की संख्या 31 हो गई। शाहनवाज हुसैन ने जहां उर्दू में शपथ ली, वहीं संजय कुमार झा ने मैथिली भाषा में शपथ ली। भाजपा ने जहां नए और युवा चेहरों को तरजीह दी है, वहीं जदयू ने अनुभवी और युवा लोगों पर तालमेल बैठाने की कोशिश की है। जदयू ने जहां मुस्लिम चेहरे के रूप में बहुजन समाज पार्टी से आए जमां खान को मंत्री बनाया, वहीं भाजपा ने अपने मुस्लिम चेहरा शाहनवाज हुसैन को मंत्री बनाया है। नीतीश कुमार ने 14 मंत्रियों के साथ पिछले वर्ष 16 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बाद में मंत्री बने मेवालाल चौधरी को इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलबाजी चल रही थी। भाजपा और जदयू में इसको लेकर खींचतान भी खूब चली। विपक्ष ने भी इसे लेकर सत्ता पक्ष पर जमकर निशाना साधा था।