- एम्स में आईसीयू और सीसीयू के 271 बेड हो जाएंगे
- अभी इमरजेंसी और ट्रामा में 121 आईसीयू बेड हैं
- गंभीर मरीजों को क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनने से काफी लाभ मिलेगा
Patna AIIMS: पटना एम्स में मरीजों के लिए सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इसके तहत यहां क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल ब्लॉक बनवाया जा रहा है। आईसीयू और सीसीयू के 150 बेड किए जाएंगे। इन कार्यों के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने शिलान्यास भी कर दिया है। इन कार्यों को पूरा होने के बाद एम्स में आईसीयू और सीसीयू के 271 बेड हो जाएंगे। फिलहाल इमरजेंसी और ट्रामा में 121 आईसीयू बेड हैं।
वहीं, क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनने से गंभीर एवं आयुष्मान भारत के मरीजों को बहुत लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त केंद्रीय मंत्री ने डॉक्टरों के आवास के लिए फैकल्टी ब्लॉक और शैक्षणिक खंड के निर्माण कार्यों का भी शिलान्यास किया है। जबकि अत्याधुनिक ऑडिटोरिया का उद्घाटन किया।
एम्स को बहुत जल्द मिलेंगी अत्याधुनिक मशीनें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि, अब बिहार के लोगों को दिल्ली एम्स जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पटना एम्स में सभी जरूरी उपकरण्, अत्याधुनिक मशीनें जल्द ही मुहैया कराई जाएगी। बहुत जल्द दरभंगा एम्स भी बनकर तैयार हो जाएगा। इस दौरान पाटलिपुत्रा सांसद रामकृपाल यादव ने केंद्रीय मंत्री से पटना एम्स की इमरजेंसी एवं ट्रामा सेंटर के विस्तार की मांग की। डॉक्टरों के रिक्त पदों पर बहाली करने की भी मांग की। बताया कि, नेफ्रोलॉजी, न्यूरो मेडिसीन समेत कई विभागों में डॉक्टरों के पद रिक्त हैं।
एम्स निदेशक की हो स्थाई बहाली
पाटलिपुत्रा सांसद रामकृपाल यादव ने केंद्रीय मंत्री का ध्यान आकृर्षित कराते हुए कहा कि, एम्स में सिटी स्कैन और एमआरई के लिए एक-एक साल की वेटिंग है। यहां स्थाई निदेशक की नियुक्ति की जानी चाहिए। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने एम्स विस्तार के लिए 25 एकड़ जमीन अधिग्रहण की मांग की। कहा जमीन अधिग्रहण बहुत जल्द कराने की जरूरत है। इस पर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि, जल्द ही जमीन अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया जाएगा। इस पर अधिकारियों के साथ लगातार बातचीत चल रही है। मुख्यमंत्री ने भी अधिग्रहण से जुड़े कागजात मांगे हैं।