buldozer on Oldest Dhobi Ghat of Patna: पटना स्थित पुराने धोबी घाट को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है बताते हैं कि ये करीब 100 साल से ज्यादा पुराना है और सालों से यहां कपड़ों की धुलाई का काम किया जा रहा है, वहीं मंगलवार को जैसे ही धोबी घाट टूटना शुरू हुआ तो धोबी समाज का गुस्सा फट पड़ा।
बताते हैं कि धोबी घाट पर बुलडोजर चलने की खबर मंगलवार को जैसे ही सामने आई वो सभी संगठित होकर नारेबाजी करने लगे और पटना की सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने लगे वहीं नाराज धोबियों ने अब से किसी भी नेता के कपड़े नहीं धोने की बात भी कही है।
पटना के इस पुराने धोबी घाट का निर्माण साल 1914 में हुआ था
बताते हैं कि इसका निर्माण वर्ष 1914 में हुआ था और खराब और जीर्ण-शीर्ष होते हालात को ठीक करने का बिहार सरकार ने वादा किया था मगर इसके उलट बनाना तो दूर यहां जो घाट है उसे भी तोड़ा जा रहा है इसे लेकर वो आंदोलित हो गए हैं।
धोबी समाज ने ऐलान कर दिया था कि 1 मार्च से किसी भी माननीय का कपड़े नहीं धोएंगे
ये मामला काफी दिनों से गरमाया हुआ है फरवरी में ही पटना के धोबी समाज ने ऐलान कर दिया था कि 1 मार्च से किसी भी माननीय का कपड़े नहीं धोएंगे। वहीं बताते हैं कि पूर्व मंत्री और आरजेडी नेता श्याम रजक भी धोबी समाज के इस आंदोलन के समर्थन में उतर आए हैं।