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बिहार: बाढ़ और कोरोना संकट के बीच नीतीश सरकार ने उठाए बड़े कदम, जमीन पर दिख रहा है असर

Updated Aug 31, 2020 | 15:34 IST

बिहार में इस समय कोरोना के साथ- साथ बाढ़ की वजह से लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार द्वारा लगातार संकट पर काबू पाने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।

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बाढ़ और कोरोना संकट के बीच नीतीश सरकार ने उठाए बड़े कदम
मुख्य बातें
  • बिहार सरकार राज्य में कोरोना और बाढ़ से उपजे हालातों पर काबू पाने के लिए उठा रही है कड़े कदम
  • बिहार में कोरोना के हालत लगातार सुधर रहे हैं, रिकवरी रेट 80 के पार
  • बाढ़ से उपजे हालातों के बाद हजारों की संख्या में राहत शिवरों से भोजन कर रहे हैं लोग

पटना: बिहार इस समय कोरोना के साथ-साथ बाढ़ जैसी गंभीर प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। राज्य सरकार लगातार हालात को काबू में करने के लिए कदम उठा रही है। सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का असर जमीन पर भी देखने को मिल रहा है और कोरोना हो या बाढ़ कुछ जगहों पर हालात लगातार सुधर रहे हैं। राज्य के सूचना एवं जन सम्पर्क सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोराना संक्रमण की जॉच और इसके इलाज से संबंधित सभी बिन्दुओं पर सरकार निरंतर आवश्यक कार्रवाई कर रही है।

राज्य का रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक

 सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से राज्य में कोरोना संक्रमण के पॉजिटिविटी रेट में लगातार कमी हो रही है, जबकि रिकवरी रेट में तेज सुधार हो रहा है। अभी तक बिहार का रिकवरी रेट 80 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है। अनुपम कुमार ने बताया कि रोजगार सृजन पर सरकार का पूरा ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 5 लाख 7 हजार 201 योजनाओं के अंतर्गत 14 करोड़ 25 लाख से अधिक मानद दिवसों का सृजन किया जा चुका है।

चौबीस घंटे में 2200 से अधिक लोग हुए ठीक

स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 2,231 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 1,17305 लोग कोविड-18 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं। विगत 24 घंटे में कोविड-18 के 2078 नये मामले सामने आये हैं। वर्तमान में बिहार में कोविड-18 के 17919 एक्टिव मरीज हैं। उन्होंने बताया कि 29.08.2020 को 1,97,730 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 30,97,137 है।

अनलॉक की गाइडलाइंस का हो रहा है पालन

अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि सरकार द्वारा 1 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में कांड दर्ज किये गये है और 02 व्यक्तियों की गिरफ्तारी भी हुई है। इस दौरान 42 वाहन जब्त किये गये हैं और 14 लाख 75 हजार 400 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है। इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक 75 कांड दर्ज किये गए हैं और 110 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। कुल 19005 वाहन जब्त किए गए हैं और 05 करोड़ 13 लाख 87 हजार 120 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है।

मास्क नहीं पहनने वालों पर जुर्माना

उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 3,588 व्यक्तियों से 01 लाख 79 हजार 400 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 1,40/402 व्यक्तियों से 70 लाख 23 हजार 100 रुपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नए दिशा निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे है।

बाढ़ के हालात: घटने लगा है गंगा नदी का जलस्तर, कोसी खतरे से ऊपर

जल संसाधन सचिव संजीव हंस ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि गंडक नदी में आज 12 बजे दिन में 92,800 क्यूसेक जलश्राब प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है। गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट, हाथीदह एवं कहलगांव में आज सुबह 6 बजे खतरे के निशान से क्रमशः 0.10 मीटर, 00 सेंटीमीटर, 0.22 मीटर एवं 0.14 मीटर ऊपर है। कोसी नदी का जलस्तर बलतारा अवस्थित गेज स्थल के पास 4.92 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 33.86 मीटर से 1.07 मीटर ऊपर है। सोन नदी में आज 12 बजे दिन में 52,139 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है। बागमती नदी का जलस्तर कटौझा, बेनीवाद एवं हायाघाट गेज स्थलों पर खतरे के निशान से ऊपर जबकि ग, सोनाखान, जूब्बाधार एवं कनसार/चंदौली गेज स्थलों पर जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है।

कम हो रहा है इन नदियों का जल स्तर

 कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम के पास एवं अंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से क्रमशः 0.66 मीटर एवं 0.80 मीटर नीचे है। महानंदा नदी का जलस्तर तैयवपुर एवं ठेंगराधाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से 1.80 मी0 एवं 1.62 मी0 नीचे है। अधवारा नदी का जलस्तर सोनवर्षा, सुंदरपुर एवं पुपरी गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है। बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खगड़िया में 0.89 मीटर ऊपर है तथा सिकन्दरपुर, समस्तीपुर रेल पुल एवं रोसरा रेल पुल में खतरे के निशान से नीचे है। घाघरा नदी का जलस्तर दरौली एवं गंगपुर सिसवन में क्रमशः खतरे के निशान से 0.23 मीटर एवं 0. 44 मीटर ऊपर है।


राहत शिविर लगातार सक्रिय

 विज्ञप्ति के अनुसार मुख्य अभियंता गोपालगंज परिक्षेत्राधीन सारण तटबंध, मैसही पुरैना छरकी, बंधौली शीतलपुर फैजुल्लाहपुर जमींदारी बांध एवं बैकुंठपुर रिटायर्ड लाईन तथा मुख्य अभियंता, मुजफ्फरपुर परिक्षेत्राधीन चंपारण तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग को छोड़कर शेष बिहार में विभिन्न नदियों पर अवस्थित तटबंध सुरक्षित हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा सतत् निगरानी एवं चौकसी बरती जा रही है। अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333
पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहाँ आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं।

राहत शिविरों में भोजन कर रहे हैं  51.207  लोग

 खगड़िया में 01 और समस्तीपुर में 04 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। इन सभी 06 राहत शिविरों में कुल 4,759 लोग आवासित हैं। 57 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 51.207 लोग भोजन कर रहे हैं। सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रतिनियुक्त हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है।  विज्ञप्ति के अनुसार बाढ़ प्रभावित 13,22,891 परिवारों को जीआर0 की राशि 6,000 रूपये की दर से कुल 793.61 करोड़ रूपये का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जा चुका है। ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग संपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है।

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