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Fake currency: कहीं आपके पास तो नहीं आ गए नकली नोट, पटना पुलिस के हत्थे चढ़ा नकली नोट का अंतरराष्ट्रीय गिरोह

Updated Sep 03, 2022 | 13:01 IST

Patna Police: राजधानी में बड़ी संख्या में नकली नोटों के साथ दो लोग पकड़े गए हैं। इनके पास से पुलिस ने असली नोट, मोबाइल, ड्राइविंग लाइसेंस और नेपाली बैंक का पासबुक जब्त किया है। दोनों नेपाल के ही रहने वाले हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspFacebook
पटना में नकली नोटों का चल रहा खेल, पाकिस्तान से कनेक्शन
मुख्य बातें
  • शास्त्री नगर पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार
  • राजा बाजार स्थित पिलर नंबर 73 के सामने राधादेव रेस्ट हाउस से हुई गिरफ्तारी
  • गिरोह का सरगना फारूक दिल्ली हो गया फरार

Fake currency Gang : पटना की शास्त्री नगर पुलिस ने नकली नोटों के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। राजा बाजार के पिलर नंबर 73 के सामने राधादेव रेस्ट हाउस के कमरा नंबर 41 से दोनों की गिरफ्तारी की गई है। गिरफ्तार दिनेश यादव और सुशील कुमार मिश्रा के कब्जे से 2 लाख 16 हजार 800 रुपए के नकली नोट, 65 हजार के असली नोट, दो मोबाइल, ड्राइविंग लाइसेंस, नेपाली बैंक पासबुक आदि जब्त किए गए हैं।

दिनेश नेपाल के सिरहा जिले के मिरचइया थाना क्षेत्र अंतर्गत रतनपुर गांव का है। सुशील नेपाल के मोहत्तरी जिले के जलेश्वर गांव का निवासी है। इनके गिरोह का सरगना जम्मू-कश्मीर निवासी फारूक है। हालांकि वह पुलिस की छापेमारी से पहले ही दिल्ली फरार हो गया। फारूक का मोबाइल नंबर पुलिस को मिल गया है। पुलिस का कहना है कि गिरोह का तार नेपाल से कश्मीर तक जुड़ा हुआ है। 

पाकिस्तान और बांग्लादेश होते हुए देश में पहुंच रहे नकली नोट

पुलिस सूत्रों का दावा है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश होते हुए नकली नोट नेपाल और पटना से फिर कश्मीर तक पहुंच रहे हैं। फारूक को भी नेपाल के इन दोनों सौदागरों ने 20 लाख नकली नोट दिए हैं। अब पुलिस इस मामले को टेरर फंडिंग के नजरिए से भी देख रही है। पुलिस को गिरफ्तार दोनों शख्स के मोबाइल मिले हैं। पुलिस अब दिनेश, सुशील और फारूक के मोबाइल नंबर की सीडीआर खंगाल रही है। 

कैब चालक को नकली नोट देने पर फंसे

फारूक कश्मीर से फ्लाइट से पटना आया था। दिनेश और सुशील नेपाल से बस से नकली नोटों का बंडल लेकर पटना पहुंचे थे। तीनों 30 अगस्त को पटना पहुंचे और राधादेव रेस्ट हाउस में ठहरे। तीन दिन ठहरने के बाद फारूक दिल्ली होते फ्लाइट से कश्मीर जाने के लिए पटना एयरपोर्ट पहुंचा। यहां उसे छोड़ने दिनेश और सुशील भी कैब से पहुंचे। फारूक के जाने के बाद दोनों कैब चालक महेंद्र दास की गाड़ी से गेस्ट हाउस आए। यहां कैब का किराया 800 रुपए दिए। उन्होंने चालक को सौ-सौ के आठ नोट दिए। जिसपर कैब चालक ने नकली नोट पहचान लिए और साफ कहा कि ये नकली नोट नहीं चलेंगे। उसने दूसरे असली नोटों की मांग की। जब इन दोनों ने दूसरा नोट देने से इनकार किया तो कैब चालक शास्त्री नगर थाने चला गया। इसके बाद पुलिस ने उक्त गेस्ट हाउस में छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास बड़ी संख्या में नकली नोट मिले हैं। 

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