- जिस जमीन को गिरवी रखा है, उस पर दोनों का मालिकाना हक ही नहीं
- एलआईसी के डिप्टी मैनेजर ने गांधी मैदान थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी
- फर्जी दस्तावेज के आधार पर आरोपियों ने लिया था लोन
Fraud in Patna: राजधानी में एलआईसी के हाउसिंग फाइनेंस डिपार्टमेंट बड़ी धोखेबाजी का शिकार हुआ है। शहर निवासी दो लोगों ने मकान बनाने के लिए एलआईसी से 41.87 लाख रुपए लोन ले लिए। यह राशि फर्जी कागजात के आधार पर ली गई। अब कंपनी को रिकवरी करने के लिए कानूनी प्रक्रिया का सहारा लेना पड़ रहा है। दरअसल, दोनों जालसाजों ने अपनी-अपनी किस्त जमा नहीं की। इस पर एलआईसी ने जब इनके द्वारा गिरवी रखी गई जमीन को कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू की तो मालूम हुआ है जमीन पर इन दोनों का मालिकाना हक ही नहीं है।
इस पर फ्रेजर रोड स्थित एलआईसी के डिप्टी मैनेजर विवेक कुमार ने कंकड़बाग जागेश्वर मंदिर के पास की निवासी महिला और पाटलिपुत्र केसरी नगर में रहने वाले रजनीश कुमार पर मुकदमा दर्ज करवाया है। गांधी मैदान पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
महिला ने लिया है 32.87 लाख रुपए का लोन
कंकड़बाग निवासी महिला ने 2021 में एलआईसी से 32.87 लाख रुपए का लोन लिया है। लोन लेने के लिए इसने पीटीआई कॉलोनी में जमीन को गिरवी रखा था। जमीन के दाम का आंकलन करके एलआईसी ने लोन की रकम जारी की थी। इसके लिए महिला को हर महीने एक निश्चित किस्त देनी थी। महिला द्वारा किस्त जमा नहीं करने पर एलआईसी ने उसके लोन को एनपीए घोषित कर दिया। फिर गिरवी रखी गई जमीन को कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू की गई। इस पर अधिकारियों को पता चला कि, यह जमीन उसकी है ही नहीं।
नौ लाख का लोन रजनीश पर
पाटलिपुत्र केसरी नगर निवासी रजनीश ने 2011 में ही 9 लाख रुपए का लोन लिया है। इसने मानपुर बैरिया स्थित जमीन को गिरवी रखा था। यह भी काफी समय से किस्त की रकम जमा नहीं कर रहा था। एलआईसी ने इसके लोन को भी एनपीए घोषित कर दिया। जब इसके द्वारा गिरवी रखी गई जमीन को कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू हुई तो एलआईसी को यहां भी ठगी का एहसास हुआ।