- डायल-112 पर फेक कॉल कर पुलिस को परेशान करने वालों की खैर नहीं
- खाकी ऐसे लोगों पर एफआइआर दर्ज कर उन्हें सलाखों के पीछे धकेलेगी
- ऐसे लोगों पर राजकार्य में बाधा डालने को लेकर एफआइआर दर्ज की जाएगी
Patna Crime News: राजधानी पटना में खाकी अब एक्शन मोड पर है। डायल-112 पर अब फेक कॉल कर पुलिस को परेशान करने वालों की खैर नहीं है। आए दिन फेक कॉल करने वालों से परेशान करने वालों पर पुलिस एफआइआर दर्ज कर उन्हें सलाखों के पीछे धकेलेगी। इमरजेंसी रेस्पॉन्स वाहन टीम प्रभारी आइपीएस धुरत सायली ने बताया कि फेक कॉल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी चल रही है।
जिसमें पुलिस सबसे पहले फेक कॉल करने वालों को ट्रेस करेगी। इसके बाद उन पर राजकार्य में बाधा डालने सहित फेक कॉल करने को लेकर एफआइआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस एक्शन से पहले लोगों को चेतावनी देकर समझाइश की जा रही है। आइपीएस सायली के मुताबिक आपात परिस्थितियों सहित अपराधों की प्रभावी रोकथाम को लेकर गठित की गई इआरवी टीमों को लोग फेक कॉल कर परेशान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि डायल -112 पर 90 प्रतिशत के करीब फेक कॉल्स की जा रही है। जिसके चलते वास्तविक लोगों तक पहुंचने में पुलिस को खासा परेशानी होती है।
इमरजेंसी के लिए है डायल-112
आइपीएस धुरत सायली बताती हैं कि इआरवी आपात स्थितियों में तुरंत जरूरतमंद तक पहुंचती है। इसके अलावा अपराधों सहित एंबुलेंस, फायर बिग्रेड की जरूरत पड़ने पर महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा के लिए मदद करती है। सीनियर सीटिजन के साथ अगर कोई अपराध होता है तो ये मौके पर पहुंचती है। इसी के साथ कोई भी नागरिक इआरवी की जरूरत पड़ने पर कॉल कर इसकी मदद ले सकता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं के साथ होने वाली घरेलु हिंसा में इआरवी काफी हद तक राहत देने वाली रही है। उन्होंने बताया कि लोग डायल -112 पर फेक कॉल कर पुलिस को परेशान करते हैं। कई बार तो इआरवी की टीम वास्तविक जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पाती है। यही वजह है कि अब फेक कॉल करने वालों पर पुलिस नकेल कसने की तैयारी कर रही है।