- नक्सली कमांडर संदीप यादव की मौत
- पुलिस तलाश रही मौत का कारण
- 30 लाख रुपये था संदीप पर इनाम
Naxalite commander: बिहार-झारखंड समेत पांच राज्यों के मोस्ट वांटेड नक्सली संदीप यादव की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। संदीप के बेटे का राहुल का कहना है कि उसके पिता काफी समय से बीमार चल रहे थे और हर रोज दवा भी ले रहे थे। बेटे को संदेह है कि संदीप की मौत दवाइयों के रिएक्शन की वजह से हुई है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि अभी तक संदीप यादव की मौत का सही कारण पता नहीं चल पाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही संदीप की मौत की ठीक वजह का पता चल पाएगा।
गौरतलब है कि बुधवार रात संदीप यादव की मौत हो गई। संदीप का शव जंगलों से बरामद किया गया। सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी भी संदीप के घर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। संदीप यादव गया के बांकेबाजार प्रखंड के बाबूरानडीह गांव का रहने वाला था और मोस्ट वांटेड नक्सली था। संदीप के ऊपर लाखों का इनाम भी था। संदीप यादव के ऊपर साल 2018 में ईडी भी कार्रवाई कर चुकी है।
संदीर यादव पर था 30 लाख का इनाम
संदीप यादव बिहार, झारखंड स्पेशल कमेटी व मध्य बिहार जोनल का प्रभारी था और 15 सालों से पोलिस ब्यूरो का सक्रीय सदस्य था। संदीप पर बिहार और झारखंड में 30 लाख रुपये से ज्यादा का इनाम था। संदीप ने साल 1989 में मेट्रिक पास कर पढ़ाई छोड़ दी थी जिसके बाद 1994 में उसने एक नक्सली संगठन का हाथ थाम लिया था। तब से अब तक संदीप यादव के खिलाफ 500 से ज्यादा केस दर्ज हुए। बिहार, झारखंड, ओडिशा, वेस्ट बंगाल और आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में संदीप यादव के ऊपर केस दर्ज है।
ईडी ने की थी कार्रवाई
साल 2018 में प्रवर्तन निदेशालय ने संदीप यादव पर कार्रवाई करते हुए उसकी दिल्ली, नोएडा, रांची, औरंगाबाद समेत कई जगहों पर प्रॉपर्टी को जब्त कर लिया था। साथ ही संदीप के परिवार के लोगों के खातों में जमा बीस लाख रुपये भी जब्त कर लिए गए थे। संदीप यादव का परिवार आम जिंदगी जी रहा है। संदीप की पत्नी रजवंती देवी प्राथमिक स्कूल में नियोजित शिक्षक के रूप में काम करती हैं।