- शहर के चौक-चौराहों पर लगाए जाएंगे 500 अत्याधुनिक कैमरे
- पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर परियोजना से हो रहा काम
- पहले चरण में 42 जगहों पर लगाए जाने हैं कैमरे
Cameras In Patna: राजधानी को सुरक्षित बनाने के लिए अब अत्याधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे। शहर के चौक-चौराहों पर यह कैमरे लगेंगे। पहले चरण में 42 जगहों पर कैमरे लगाए जाने हैं। इनमें चिड़ियाघर गेट नंबर एक, गांधी मैदान गेट नंबर 5 और 10, अंटा घाट, डाकबंगला चौराहा, हाईकोर्ट मोड़ आदि जगहों पर कैमरे लगाए जाएंगे। यह काम पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा कराया जा रहा है। इसका क्रियान्वयन इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर परियोजना के तहत हो रहा है। कैमरे लगाने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
अलग-अलग जगहों पर कैमरे लगाने के लिए 220 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाया जाएगा। इतना ही नहीं गांधी मैदान, गोलघर, जीपीओ, करगिल चौक, चिड़ियाघर समेत 50 जगहों पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था होनी है।
इमरजेंसी में लोग कॉल बॉक्स से कंट्रोल रूम में करेंगे संपर्क
शहर की 50 जगहों पर लगने वाले इमरजेंसी कॉल बॉस से लोग आपात स्थिति में सीधा कंट्रोल रूम से संपर्क साधेंगे। जिला प्रशासन के स्तर पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम से जनहित में सूचना प्रसारित की जाएगी। बता दें पिछले साल दिसंबर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस परियोजना का शिलान्यास किया था। तब इसे 15 महीने के अंदर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। परियोजना पर कुल 211 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं।
नगर आयुक्त ने तेजी से काम करने का दिया निर्देश
पटना नगर निगम के आयुक्त एवं पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनिमेश कुमार पराशर ने गुरुवार को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का जायजा लिया। इन्होंने कैमरों के अधिष्ठापन के साथ पुलिस और नगर निगम की सेवाओं के इंटीग्रेशन से जुड़े कार्यों की जानकारी ली। इसके साथ ही तेजी से काम पूरा करने का निर्देश दिया।
स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे भी लगेंगे
दरअसल, जब कैमरों और ऑप्टिकल फाइबर लगाने का काम पूरा हो जाएगा तो उनके फीड की मॉनिटरिंग भी शुरू कर दी जाएगी। परियोजना के तहत सीसीटीवी, रेड लाइट वायलेशन सिस्टम, एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम, रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम, स्पीड वॉयलेशन डिटेक्शन के लिए भी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा शहर में कचरा उठाव और नगर निगम की सभी ई-गर्वनेंस सेवाओं को भी डाटा सेंटर के साथ इंटीग्रेट किया जाना है।