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Bihar Vidhansabha chunav 2020: जिन्ना उपासक के नाम पर कांग्रेस के अंदर सियासी लड़ाई, 'जाले' प्रत्याशी पर रार

Updated Oct 16, 2020 | 20:18 IST

दरभंगा के जाले विधानसभा पर टिकट न मिलने से नाराज कांग्रेस के नेता ऋषि मिश्रा अपने उम्मीदवार मस्कुर उस्मानी पर जिन्ना उपासक का आरोप लगा रहे हैं।

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पटना। दरभंगा जिले में जाले विधानसभा जो इस समय कांग्रेस उम्मीदवार के चयन को लेकर चर्चा में है। दरअसल कांग्रेस ने ललित नारायण मिश्रा के पोते ऋषि मिश्रा को टिकट नहीं तो वो कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार मस्कुर उस्मानी पर भड़क उठे। इस विवाद के बीच में मस्कुर उस्मानी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी उम्मीदवारी की घोषणा ने उन्हें नैतिक रूप से हरा दिया है। उस्मानी ने कहा कि जिन्ना उपासक का मुद्दा अहम नहीं है बेहतर होता कि विपक्ष सकारात्मक राजनीति करता। वो कहते हैं कि तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं और राजद नेता के नेतृत्व का वह पूरी तरह समर्थन करते हैं।

ललित नारायण मिश्रा के पोते नाराज
बिहार में पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा के पोते ऋषि मिश्रा को टिकट से वंचित करने के बाद उस्मानी को दरभंगा जिले में जले से उम्मीदवारी दी गई थी। अब इस विषय पर ऋषि मिश्रा कहते हैं कि मुझे इस बात का कोई अफसोस नहीं है कि मुझे वह टिकट नहीं मिला जो वे किसी और को दे सकते थे लेकिन मुझे दुख था कि उन्होंने जिन्ना उपासक को टिकट दिया था, जिनके कार्यालय में जिन्ना की तस्वीर है। उनके खिलाफ राजद्रोह का केस भी है, वह जमानत पर बाहर हैं।

कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार का किया बचाव
मदन मोहन झा ने कहा कि सोनिया गांधी ने नामों का फैसला किया। कांग्रेस गांधी की विचारधारा वाली पार्टी है, इसे जिन्ना की विचारधारा मत बनाइए। हम गांधी के देश में जिन्ना की तस्वीर नहीं लगा सकते। इससे पार्टी और झा और सोनिया के बारे में लोगों को गलत धारणा मिलेगी।" जी को बताना चाहिए कि उन्हें टिकट क्यों दिया गया। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए, "उन्होंने कहा।

क्या महागठबंधन जिन्ना समर्थक है
बीजेपी का कहना है कि महागठबंधन को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे जिन्ना का समर्थन करते हैंबीजेपी ने उस्मानी की उम्मीदवारी पर भी तीखा हमला किया और कहा कि अगर उन्हें जिन्ना का समर्थन करना है तो महागठबंधन को बताना होगा।कांग्रेस और महागठबंधन को इसके लिए जवाब देने की जरूरत है। वे बिहार के कल्याण के लिए काम करने का दावा करते हैं। जले से कांग्रेस के उम्मीदवार जिन्ना उपासक हैं। क्या राजद, कांग्रेस जिन्ना की विचारधारा पर लड़ेंगे? क्या उनके स्टार प्रचारक शारजील इमाम?

उस्मानी ने सीएए और एनआरसी का किया था विरोध
उस्मानी, जिन्होंने मुखर रूप से नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (NRC) का विरोध किया था वो दिसंबर 2017 अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में चुने गए थे। बिहार 28 अक्टूबर से शुरू होने वाले तीन चरणों में चुनाव में जाता है। नतीजे 10 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।

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