लाइव टीवी

Pune Crime: महिला ने बैंक को लगाया लाखों का चूना, पति की मौत के बाद भी लेती रही बैंक से पेंशन, मामला दर्ज

Updated Sep 04, 2022 | 17:33 IST

Pune Police: पुणे में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक महिला ने फर्जी तरीके से पति का जीवित प्रमाण बनवाने के बाद उसके जरिए बैंक से ठगी की है। महिला पति की पेंशन का लाभ उसके मरने के बाद भी लेती रही। महिला के मौत की बाद बेंक को ठगी का पता चला है। मामला पुलिस के पास पहुंच गया है।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
पुणे में महिला ने बैंक से की 8 लाख की ठगी, केस दर्ज
मुख्य बातें
  • महिला की मौत के बाद हुआ धोखाधड़ी का खुलासा
  • महिला फर्जी जीवित प्रमाण दिखाकर बैंक से निकाल लिए 8 लाख रुपए
  • पुलिस मामले की जांच में जुटी

Pune News: पुणे से एक धोखाधड़ी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने बैंक से लाखों रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। हैरानी की बात यह है कि मामले का खुलासा तब हुआ है जब महिला की मौत हो गई है। महिला ने अपने पति का फर्जी जीवित प्रमाण पत्र बनवाया। इसके बाद बैंक से 8 लाख 46 हजार रुपये निकाल लिए। अब इस प्रकरण में पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज किया है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार बैंक के एक सहायक प्रबंधक ने चतुरश्रंगी पुलिस स्टेशन में इस प्रकरण को लेकर शिकायत दर्ज कराई। अंजलि संजय कारेकर की ओर से दायर शिकायत के अनुसार आरोपी की पहचान मुंबई के वडाला निवासी राजी पद्मनाभम के रूप में की गई है। उसने बैंक के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चरल बैंकिंग, पुणे में अपने पति का फर्जी जीवित प्रमाण पत्र जमा कराया था। इसके बाद उसने 8,46,592 रुपये की बैंक से ठगी कर ली।

2018 में ही हो गई थी पति की मौत

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार राजी पद्मनाभम के पति की मौत 14 जून 2018 को हो गई थी। पति के मौत के बाद भी वह फर्जी तरीके से बैंक से पैसे लेती रही। पति की मौत के दो वर्ष बाद 21 दिसंबर 2020 को राजी की भी मौत हो गई। उसकी मौत के बाद अब जाकर धोखाधड़ी के मामले का खुलासा हुआ है। शिकायतकर्ता ने बताया है कि, राजी दो साल तक फर्जी तरीके से पति के नाम पर पेंशन लेती रही।

पुलिस को महिला के बाद लाभार्थी की तलाश

जानकारी के लिए बता दें कि बैंक मैनेजर ने इस मामले में आंतरिक जांच भी की थी। जांच के बाद ही इस प्रकरण को पुलिस के पास पहुंचाया गया। चतुरश्रंगी थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक अंकुश चिंतामणि ने बताया है कि, यह सच है कि इसका खुलासा राजी पद्मनाभम की मौत के बाद हो सका है। अब हम इस मामले में यह जांच कर रहे हैं कि फर्जी तरीके से जो पैसे निकाले गए क्या उनका कोई और लाभार्थी भी है या नहीं। पुलिस ने बताया है कि, अब इस पूरे मामले में जांच के बाद ही कुछ निष्कर्ष निकाला जा सकता है।