लाइव टीवी

Pune Accident: दुखद! पुणे में देखते ही देखते उजड़ गई परिवार की खुशियां, तीन बहन-भाइयों की पानी में डूबकर मौत

Updated Jul 13, 2022 | 15:14 IST

Pune Accident: महाराष्ट्र के पुणे से एक दुखद खबर सामने आई है, जहां एक ही परिवार के तीन बहन-भाइयों की पानी में डूबकर मौत हो गई। तीनों बच्चे बारिश के पानी से भरे एक गड्ढे में डूब गए।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspANI
तीन बहन-भाइयों की पानी में डूबकर मौत (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुख्य बातें
  • पुणे से सामने आई बेहद दुखद खबर
  • एक ही परिवार के तीन बच्चे डूबे
  • बारिश के पानी से भरे गड्ढे ने ली जान

Pune Accident: महाराष्ट्र के पुणे से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां एक ही परिवार के तीन बच्चों की पानी में डूबकर मौत हो गई। दरअसल, हादसे के समय तीनों बच्चे घर के पास खेत में खेल रहे थे। इस दौरान वहां बारिश के पानी भरे एक गड्ढे में तीनों डूब गए और मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पहुंची और छानबीन शुरू की। दूसरी ओर, एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौतों से पूरे इलाके में मातम का माहौल पसर गया है। परिवार के लोगों को तो यकीन ही नहीं आ रहा है कि कैसे कुछ ही देर में उनका परिवार ही उजड़ गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

मिली जानकारी के अनुसार, पानी में डूबने वाले बच्चों की पहचान आठ वर्षीय रोहित किशोर दास, पांच वर्षीय राकेश और चार साल की श्वेता के रूप में की गई है। घटनास्थल तीनों बच्चों के घर से थोड़ा ही दूर है। पुलिस ने इस संबंध में बताया कि, बच्चों के घर के पास खेत में किसानों ने किसी काम के लिए गड्ढा खोदा हुआ है। बारिश पड़ने की वजह से गड्ढे में बारिश का पानी भर गया। ऐसे में बच्चे अपने घर से खेलते-खेलते खेत में चले गए। जिसके बाद ऐसा अंदाजा है कि, बच्चे नहाने के लिए गड्ढे में कूदे होंगे। इसी बीच एक स्थानीय शख्स ने देखा कि गड्ढे के पास बच्चों के कपड़े पड़े हैं। 

पुलिस ने निकलवाए बच्चों के शव

बच्चों के कपड़ों को गड्ढे के पास देखकर किसी अनहोनी का शक हुआ। तुरंत बच्चों के परिजनों को बुलाया गया। जिसके बाद पता चला कि, उनके तीनों बच्चों की इसी गड्ढे में डूबकर मौत हो गई है। सूचना मिलते ही पुलिस भी पहुंची और शवों को बाहर निकलवाया। वहीं पुलिस ने इलाके के किसानों से अपील की है कि, इस तरह के सभी गड्ढों को भर दिया जाए। और अगर गड्ढों को भरना या कवर करना मुश्किल है तो उसके आसपास रोक के लिए फेंसिंग की जाए जिससे किसी के लिए खतरा पैदा ना हो।