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Ranchi Kisan Credit Card: रांची सदर समेत सभी प्रखंडों में 23 जून को लगेगा किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने को शिविर

Updated Jun 22, 2022 | 17:41 IST

Kisan Credit Card Camp: किसानों के लिए बेहद अच्छी खबर है। गुरुवार को किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए सभी प्रखंडों में कैंप लगाया जा रहा है। यहां किसान निशुल्क अपना कार्ड बनवा सकेंगे।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
गुरुवार को रांची के प्रखंडों में लगेगा केसीसी कैंप (फाइल फोटो)
मुख्य बातें
  • केसीसी कैंप का उद्घाटन लातेहार में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे
  • पात्र किसानों को ऑन स्पॉट किसान क्रेडिट कार्ड मंजूर किया जाएगा
  • 14 लाख किसानों का बनाया जा रहा किसान क्रेडिट कार्ड

Ranchi Kisan Credit Card: रांची के सभी प्रखंडों में गुरुवार को कैंप लगाकर किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा लातेहार में इस कैंप का उद्‌घाटन किया जाएगा। इससे पहले आठ जून को भी कैंप लगाकर किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनाया गया था।

इस बारे में कृषि सचिव अबु बकर सिद्दीख ने कहा कि, इस कैंप के माध्यम से पात्र किसानों का ऑन स्पॉट किसान क्रेडिट कार्ड मंजूर कर दिया जाएगा। किसानों को जरूरी कागजात के साथ कैंप में आना है। 

29 लाख से अधिक किसान हैं सूचीबद्ध

प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत सूबे में 29 लाख से अधिक किसान सूचीबद्ध हैं। इसमें से 15 लाख किसानों को केसीसी स्वीकृत हैं। शेष 14 लाख का कार्ड बनाया है। इसमें नौ लाख आवेदन बैंक के पास थे। इनमें से तीन लाख से अधिक आवेदन मंजूर हो चुके हैं। कुछ आवेदन तकनीकी वजहों से लंबित हैं। 

कृषक मित्रों को दी जाएगी प्रोत्साहन राशि

कृषि निदेशक निशा उरांव का कहना है कि, जो कृषक मित्र किसानों का केसीसी आवेदन करने में मदद करेंगे, उन्हें प्रति कार्ड 100 रुपए दिए जाएंगे। आवेदन तैयार कराने पर 50 रुपए और आवेदन बैंक से मंजूर होने पर प्रति केसीसी 50 रुपए दिए जाने हैं। विभाग के स्तर से इसके लिए राशि भी जारी कर दी गई है। 

केसीसी में 7% ब्याज पर मिलता है लोन

किसान क्रेडिट कार्ड में सात प्रतिशत ब्याज पर किसानों को लोन दिया जाता है। समय पर पैसे वापस करने पर तीन प्रतिशत केंद्र और तीन प्रतिशत राज्य सरकार माफ कर देती है। एक प्रतिशत ब्याज ही किसानों को चुकाना पड़ता है। समय पर लोन चुकाने वाले किसानों के लोन की लिमिट भी बढ़ा दी जाती है। इस योजना को लेकर किसानों में जागरुकता फैलाई जा रही है। इसको लेकर लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। माइकिंग एवं बैनर-पोस्टर के माध्यम से किसानों को केसीसी से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।