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Ranchi School Timing News: रांची में स्कूलों की टाइमिंग में हुआ बदलाव, जानें समय में बदलाव का कारण

Updated May 03, 2022 | 18:25 IST

Ranchi School Timing News: बढ़ती गर्मी के कारण बच्चों को स्कूल से लौटते समय काफी परेशानी हो रही है। तेज धूप और लू से बच्चे बेहाल होते जा रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन ने स्कूल संचालन के समय में बदलाव किया है। 

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
रांची में स्कूलों का बदला समय (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुख्य बातें
  • रांची डीसी छविरंजन ने स्कूल संचालन के समय में किया बदलाव
  • अब सुबह 6 बजे से सुबह 10:30 बजे तक चलेंगे स्कूल
  • इससे पहले सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक संचालित होते थे स्कूल

Ranchi School Timing News: राजधानी में स्कूलों के समय में फिर बदलाव किया गया है। इसका आदेश रांची डीसी छवि रंजन ने जारी कर दिया है। इसके तहत जिले के सभी सरकारी, गैर सरकारी एवं मान्यता प्राप्त अन्य स्कूल सुबह 6 बजे से सुबह 10:30 बजे तक संचालित होंगे। दरअसल, राजधानी में बढ़ती गर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह आदेश दिया है। छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है। यह टाइमिंग अगले आदेश तक लागू रहेगी। 

राजधानी रांची की बढ़ती गर्मी को देखते हुए अभिभावक लगातार स्कूल के समय में बदलाव की मांग कर रहे थे। इसके लिए सोशल मीडिया पर लगातार गुहार लगाई जा रही थी। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक राजधानी रांची में आठ मई तक गर्मी से राहत रहेगी। दरअसल, सूबे के उत्तर-पूर्वी, दक्षिणी एवं मध्य भागों में आज बारिश हो सकती है। चार मई को सूबे के दक्षिणी एवं मध्य भाग में मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। पांच और छह मई को सूबे के उत्तर-पूर्वी, दक्षिणी एवं मध्य भाग में बारिश होने की संभावनाएं है। सात और आठ मई को भी आंशिक बादल छाए रहेंगे।  

4 दिनों में 7 डिग्री गिरा पारा

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार चार दिनों में राजधानी के तापमान में सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, सोमवार को सूबे के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। हजारीबाग के बड़कागांव में सबसे अधिक बारिश 40 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जरमुंडी में 36 मिमी, गोड्डा में 23 मिमी, दुमका में 20, डुमरी में 19, चाइबासा में 14 मिमी बारिश दर्ज की गई।  


पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा प्रभावी नहीं हो रहे

मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि अटलांटिक महासागर में उत्पन्न हो रहा पश्चिमी विक्षोभ अधिक प्रभावी नहीं हो पा रहा है। ऐसे में भारतीय भू-भाग में लगातार नमी की कमी हो रही है। निचले एवं मध्य स्तर पर गर्म पश्विमी हवा सक्रिय है। इस वजह से मार्च और अप्रैल में लू चली।