- 10 किलोमीटर प्रति घंटे की जगह 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरेगी ट्रेन
- शताब्दी ट्रेनों की भी स्पीड 10 किलोमीटर प्रति घंटे ही रहती थी
- अब रेलवे ने मुरी स्टेशन पर चारों दिशाओं से आ रही ट्रेनों की स्पीड बढ़ा दी है
Ranchi Rail: मुरी स्टेशन पर अंग्रेजों द्वारा 74 साल पहले बनवाए गए डायमंड क्रॉसिंग को रेलवे ने हटा दिया है। मुरी यार्ड में छह डायमंड क्रॉसिंग बने थे। इस वजह से ट्रेनों की स्पीड आठ से 10 किलोमीटर प्रति घंटे कर दी गई थी। ऐसे में सबसे स्पीड पर चलने वाली राजधानी और शताब्दी ट्रेनों की स्पीड भी मुरी में 10 किलोमीटर हो जाया करती थी।
मुरी में चारों दिशाओं से आ रही ट्रेनों के कारण डायमंड क्रॉसिंग बनाई गई थी, जिसे अब रेलवे ने हटा दिया है। रांची रेल मंडल के मुरी स्टेशन पर चारों दिशाओं से आने वाली ट्रेनें 10 किलोमीटर प्रति घंटे ही चलती थीं। अब यह ट्रेनें 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी।
यार्ड को किया गया अपग्रेड
मुरी यार्ड में 10 नए सामान्य प्वाइंट और क्रॉसिंग को लगाकर 5 सिंगल-डबल स्लीप डायमंड क्रॉसिंग को हटाया गया है। इससे रखरखाव एवं उसमें होने वाले खर्च में भी कमी आएगी। मुरी यार्ड के जरिए चार दिशाओं यानी रांची, चांडिल, कोटशिला और बरकाकाना के लिए ट्रेनों का परिचालन होता है। चार दिशाओं से ट्रेनों के आवागमन की वजह से मुरी स्टेशन पर ट्रेनों का ऑपरेशन धीमा और जटिल था। यार्ड को अपग्रेड कर तीन स्थाई स्पीड प्रतिबंधों को हटाया गया और गति सीमा बढ़ाई गई है।
करीब 15 मिनट बचेगा समय
मुरी यार्ड में लूप लाइनों यानी लाइन नंबर 1,3, 4 और 5 पर अलग-अलग दिशाओं से आ रहीं ट्रेनों के प्रवेश और निकासी के दौरान गति को 10 किलोमीटर प्रति घंटे से घटाकर 30 किलोमीटर प्रति घंटा किया गया है। इससे समय की बचत होगी और ट्रेनों के आवागमन में वृद्धि होगी। इन स्थाई गति प्रतिबंधों को हटाए जाने के कारण करीब 15 मिनट समय बचेगा। आने वाले दिनों में मुरी यार्ड पर कई और कार्य होने हैं, जिससे ट्रेनों का आवागमन सरल होगा और यात्रियों का और अधिक समय बच सकेगा।