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JEE Main and JEE Advanced: जेईई मेन और जेईई एडवांस एक दूसरे से जुड़े, फिर भी है काफी अंतर

Updated Jun 19, 2022 | 08:31 IST

JEE Main and JEE Advanced: प्रतिवर्ष लाखों छात्र जेईई मेन और जेईई एडवांस परीक्षा की तैयारी करते हैं। ये दोनों परीक्षाएं एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं, लेकिन इसके बाद भी इनमें काफी अंतर है। यहां हम दोनों के बीच मौजूद अंतर बताएंगे...

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
जेईई मेन और जेईई एडवांस परीक्षा के बीच अंतर
मुख्य बातें
  • जेईई मेन पास करने वाले छात्र ही जेईई एडवांस में बैठ सकते हैं
  • जेईई मेन परीक्षा का आयोजन एनटीए द्वारा किया जाता है
  • जेईई एडवांस परीक्षा का आयोजन आईआईटी द्वारा होता है

JEE Main and JEE Advanced: जेईई मेन और जेईई एडवांस दोनों एक दूसरे से काफी हद तक जुड़े हुए हैं, लेकिन उनके बीच मौजूद अंतर को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। जो छात्र इन परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए इन परीक्षाओं के बीच के अंतर को जानना बहुत जरूरी है। बता दें कि, जेईई मेन का प्रबंधन एनटीए द्वारा किया जाता है। वहीं जेईई एडवांस को आईआईटी द्वारा रोटेशन के आधार पर नियंत्रित किया जाता है। जेईई मेन परीक्षा को पास करने वाले छात्र जेईई एडवांस परीक्षा में बैठ सकते हैं। यहां हम जेईई मेन और जेईई एडवांस के बीच अंतर की पूरी जानकारी देंगे।

कोर्स के बीच अंतर

जेईई मेन परीक्षा का आयोजन पूरे देश में मौजूद विभिन्न एनआईटी और अन्य संस्थानों में बीई या बी.टेक पाठ्यक्रमों में प्रवेश देन के लिए होता है। वहीं जेईई एडवांस परीक्षा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में प्रवेश पाने के लिए आयोजित होता है।

पात्रता के बीच अंतर

जेईई मेन परीक्षा में बैठने के लिए कोई निर्धारित प्रतिशत नहीं तय है। हालांकि एनआईटी, आईआईआईटी और सीएफटीआई में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को योग्यता परीक्षा में न्यूनतम 75% अंक हासिल करना जरूरी होता है। वहीं जेईई मेन क्वालिफाई करने वाले केवल शीर्ष दो लाख स्कोरर ही जेईई एडवांस के लिए उपस्थित होने के पात्र हैं।

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प्रयासों की संख्या

जेईई मेन्‍स परीक्षा में प्रयास की कोई सीमा नहीं होने के कारण छात्र कितनी भी बार चाहें इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं, लेकिन जेईई एडवांस के लिए छात्र लगातार दो वर्षों में अधिकतम दो बार आवेदन कर सकते हैं।

परीक्षा का प्रारूप

जेईई मेन में छात्रों को दो पेपर देने होते हैं। पेपर 1 के लिए ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित परीक्षा आयोजित किया जाता है। जबकि पेपर 2 ऑफलाइन पेन और पेपर आधारित परीक्षा होती है। वहीं जेईई एडवांस परीक्षा में भी दो पेपर होते हैं। यहां दोनों पेपर ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती है। छात्र जेईई एडवांस परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद एएटी परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।

दोनों के पाठ्यक्रम

दोनों परीक्षाओं का सिलेबस भी अलग-अलग है। जेईई मेन के पाठ्यक्रम में कक्षा 11वीं और 12वीं के भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित विषय शामिल हैं। जबकि जेईई एडवांस में इसके अलावा कई अतिरिक्त विषयों को भी शामिल किया जाता है।

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