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Chanakya Niti for Health: ये तीन उपाय देते हैं मनुष्‍य को निरोगी काया, शरीर से बीमारियां रहती हैं कोसो दूर

Updated May 27, 2022 | 14:37 IST

Chanakya Niti in Hindi: आचार्य चाणक्‍य ने अपने नीतिशास्‍त्र में जीवन को सुखमय बनाने के कई उपाय बताए हैं। आचार्य ने निरोगी काया को सुखी जीवन का मूलमंत्र बताते हुए शरीर को स्‍वास्‍थ्‍य रहने के उपाय भी बताए हैं। नीतिशास्‍त्र के अनुसार जो व्‍यक्ति बीमारियों से मुक्‍त होता है वह अपने लक्ष्‍य को जरूर प्राप्‍त करता है।

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Chanakya Niti
मुख्य बातें
  • भोजन के आधे घंटे पहले पानी पीने से शरीर को मिलता है बल
  • भोजन के तुरंत बाद पानी पीने से शरीर को लगते हैं कई रोग
  • गिलोय है सर्वोत्तम औषधि, इसके सेवन से रोग रहता है दूर

Chanakya Niti in Hindi: आचार्य चाणक्‍य ने अपने नीतिशास्‍त्र में सुखमय जीवन के कई कारण बताए हैं। उसमें से एक वजह निरोगी काया को भी माना है। आचार्य कहते हैं कि, जो व्यक्ति बीमारियों से मुक्त और स्वस्थ होता है, वह हर कार्य में सफलता अर्जित कर अपने जीवन को सुखमय बना सकता है। वहीं इसके उलट, एक बीमार और अस्वस्थ व्यक्ति सब कुछ पाकर भी जीवन भर कंगाल ही रहता है, वह अपन जीवन में कोई कार्य सफलत तरीके से नहीं कर सकता। इसलिए व्‍यक्ति को अपने स्‍वास्‍थ्‍य पर विशेष ध्‍यान देना चोएि। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में सेहत को स्‍वास्‍थ्‍य बनाने के कई उपाय भी बताएं हैं। जिनका अनुसरण कर कोई भी व्‍यक्ति अपने शरीर को रोगों से बचा सकता है।

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भोजन और पानी का नियम

आचार्य चाणक्य ने कहा है कि भोजन से आधे घंटे पहले पानी पीने से शरीर को स्‍वस्‍थ्‍य रखने में मदद मिलती है। इससे शरीर को बल मिलता है। वहीं खाना खाने के बीच में थोड़ा-थोड़ा पानी पीना अमृत के समान होता है। व्‍यक्ति को कभी भी भोजन करने के उपरांत तुरंत पानी नहीं पीना चाहिए। जो व्यक्ति ऐसा करता है, वह उसके लिए विष के समान होता है। इससे शरीर में कई तरह के रोग पैदा होते हैं।

आहार का नियम

आचार्य चाणक्य के अनुसार, शाक खाने से शरीर में बीमारियां बढ़ती हैं। वहीं, जो व्यक्ति दूध पीता है उसका शरीर ताकतवर होता है। इसी तरह मांसहर का सेवन करने से शरीर में मांस बढ़ता है। इसलिए स्वस्थ बने रहने के लिए व्यक्ति को अपने आहार का संतुलन जरूर बनाए रखना चाहिए। उसे सभी के समायोजन से संतुलित आहार करना चाहिए।

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गिलोय सर्वोत्तम औषधि

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सभी औषधियों में गिलोय सर्वोत्तम औषधि है। इसके सेवन से जहां कई तरह के रोग दूर होते हैं, वहीं शरीर की क्षमता भी बढ़ती है। आचार्य कहते हैं, कि जो व्‍यक्ति गिलोय को अपनी दैनिक जीवन में शामिल करता है, उससे रोग कोसों दूर रहते हैं। इसलिए इस औषधि का सभी को सेवन करना चाहिए।

(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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