लाइव टीवी

Navratri Vrat Paran Vidhi: नवरात्र‍ि व्रत का पारण कैसे करते हैं, जानें नवरात्र‍ि 2021 पारण का समय व व‍िध‍ि

Updated Apr 19, 2021 | 22:10 IST

Navratri paran 2021 : नवरात्रि 13 अप्रैल को प्रारंभ हुई थी जो 22 अप्रैल को समाप्त होगी। नवरात्रि व्रत पारण विधिवत तरीके से करना शुभ माना जाता है। आप अष्टमी या नवमी तिथि पर नवरात्रि व्रत पारण कर सकते हैं।

Loading ...
नवरात्रि व्रत पारण 2021
मुख्य बातें
  • इस वर्ष 13 अप्रैल से प्रारंभ हुई थी चैत्र नवरात्रि, 22 अप्रैल को होगी समाप्त।
  • अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन करके किया जाता है नवरात्रि व्रत पारण।
  • मुहूर्त पर चैत्र नवरात्रि व्रत पारण करना माना जाता है शुभ, व्रत का मिलता है फल।

हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होती है। नवरात्रि के नौ दिन बहुत अहम माने जाते हैं और इन दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा होती है। भारत समेत पूरे विश्व में नवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है और मां दुर्गा का स्वागत श्रद्धा भाव से किया जाता है। 

अक्सर चैत्र नवरात्रि व्रत पारण नवमी तिथि के समाप्त होने के बाद और दशमी तिथि प्रारंभ होने पर किया जाता है। कई लोग अष्टमी पर ही मां दुर्गा के आठवें स्वरूप की पूजा करके तथा कन्याओं को भोजन करवाकर नवरात्रि व्रत पारण करते हैं। निर्णय सिंधु के अनुसार भी चैत्र नवरात्रि का पारण नवमी तिथि समाप्त होने पर किया जाता है।

यहां जानें चैत्र नवरात्रि व्रत पारण तिथि, मुहूर्त और विधि

Navratri Paran time 2021 : चैत्र नवरात्रि पारण 2021 तिथि और मुहूर्त

चैत्र नवरात्रि पारण तिथि: - 22 अप्रैल 2021, गुरुवार

नवमी तिथि प्रारंभ: - 21 अप्रैल 2021 (सुबह 12:43)

नवमी तिथि समाप्त: - 22 अप्रैल 2021 (सुबह 12:35)

चैत्र नवरात्रि व्रत पारण विधि

नवरात्रि व्रत पारण दो अलग-अलग तिथि पर किया जाता है। कई लोग नवरात्रि व्रत पारण महाष्टमी तिथि पर करते हैं वहीं कुछ लोग नवरात्रि व्रत पारण महा नवमी तिथि पर करते हैं। अगर आप महाष्टमी पर नवरात्रि व्रत पारण करना चाहते हैं तो सुबह प्रातः काल उठकर नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर तथा स्नान आदि करके मां महागौरी की विधि अनुसार पूजा करें तथा मां को उनका प्रिय भोग लगाएं।  

अगर आप महा नवमी तिथि पर नवरात्रि व्रत पारण कर रहें हैं तो इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा करें तथा उन्हें भोग लगाएं। पूजा करने के बाद नौ कन्याओं तथा लंगूर को भोजन करवाएं और प्रसाद बांटें। कन्या पूजन करने के बाद आप अपना व्रत खोल सकते हैं। बहुत सारे लोग नवमी तिथि पर हवन करने के बाद व्रत पारण करते हैं।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल