- झाड़ू को लेकर वास्तु में काफी कुछ बातें बताई गई है
- इसका पालन करने से हम बड़े से बड़े नुकसान से बच सकते हैं
- शास्त्रों में झाड़ू को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है
Vastu Tips: झाड़ू घर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल करने वाली चीज है। यह सफाई के लिए सबसे ज्यादा सहायक भी है। ज्यादा इस्तेमाल होने से झाड़ू खराब हो जाती है और टूटने लगती है। बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि टूटी व पुरानी चीजों को ज्यादा दिनों तक घर में नहीं रखनी चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है, इसलिए लोग झाड़ू के टूटते ही इसे बाहर फेंक देते हैं। वहीं कुछ लोग किसी भी दिन घर से टूटी झाड़ू बाहर फेंक देते हैं। अगर आप यह गलती कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए। झाड़ू को लेकर वास्तु में काफी कुछ बातें बताई गई है। इसका पालन करने से हम बड़े से बड़े नुकसान से बच सकते हैं। शास्त्रों में झाड़ू को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि झाड़ू से गंदगी साफ करने से घर पवित्र हो जाता है। इसलिए झाड़ू को घर से बाहर फेंकने के लिए भी कुछ दिन का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं टूटी हुई झाड़ू को अपने घर से किस दिन फेंकना चाहिए और किस दिन नहीं...
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अमावस्या के दिन फेंक सकते हैं बाहर
वास्तु शास्त्र के मुताबिक अमावस्या के दिन घर से टूटी फूटी पुरानी झाड़ू को बाहर फेंक देना बेहतर होता है। अमावस्या के दिन आप घर से झाड़ू बाहर फेंकना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पुरानी झाड़ू फेंकने से किसी भी प्रकार का दोष नहीं लगता है।
शनिवार के दिन पुरानी झाड़ू फेंकना होता है शुभ
इसके अलावा शनिवार के दिन भी पुरानी और टूटी झाड़ू को बाहर निकाला जा सकता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक इस दिन पुरानी झाड़ू बाहर फेंकने से घर से हर तरह का दोष दूर होता है। इस दिन टूटी झाड़ू को घर से निकलना शुभ माना जाता है।
इस दिन नहीं फेंकना चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार गुरुवार और शुक्रवार को पुरानी झाड़ू घर से कभी ना फेंके। वास्तु के अनुसार पुरानी झाड़ू या किसी भी तरह की झाड़ू को शुक्रवार को गुरुवार को फेंकने से मां लक्ष्मी का अपमान माना जाता है। जिस घर में ऐसा होता है उस घर से मां लक्ष्मी रूठ जाती है और घर में दरिद्रता फैलती है। इस दिन भूलकर भी घर से झाड़ू बाहर ना फेंके।
डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)