- वैष्णो देवी जाते वक्त लोग माता के दर्शन करने के बाद बाबा भैरव के दर्शन जरूर करते हैं
- भगवान भैरव को भगवान शिव का ही एक रूप माना गया है
- उनकी पूजा व अर्चना का विशेष महत्व माना जाता है
How To Get Blessings Of Bhairav Baba: हिंदू देवताओं में भैरव बाबा का बहुत ही महत्व है। ऐसी मान्यता है कि बिना भैरव बाबा के दर्शन किए मां दुर्गा के दर्शन अधूरे माने जाते हैं। वैष्णो देवी जाते वक्त लोग माता के दर्शन करने के बाद बाबा भैरव के दर्शन जरूर करते हैं। भगवान भैरव को भगवान शिव का ही एक रूप माना गया है। उनकी पूजा व अर्चना का विशेष महत्व माना जाता है। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ के रौद्र रूप भैरव बाबा की पूजा आराधना करने से व्यक्ति भय से मुक्ति पा लेता है व सारे संकटों से दूर हो जाते हैं। भैरव बाबा को प्रसन्न करना काफी आसान है। उनकी पूजा पाठ विधि अनुसार व उनके प्रिय चीजें जैसे आटे और गुड़ के मीठे गुलगुले बनाकर उन्हें रविवार के दिन भोग लगाने से हर मनोकामना पूरी होती हैं। आइए जानते हैं बाबा भैरव को प्रसन्न कैसे किया जा सकता है।
Also Read- Jyotish Shastra Tips: सोने का खोना क्यों माना जाता है अशुभ, जानिए पाने पर क्या होता है?
रविवार के दिन कराएं काले कुत्ते को भोजन
भैरव बाबा की कृपा पाने के लिए रविवार के दिन नियमित रूप से काले कुत्ते को गुड़, रोटी व मीठे गुलगुले खिलाना चाहिए। इससे व्यक्ति हर दोषों से मुक्ति पा लेता है। काला कुत्ता बाबा भैरव का वाहन माना जाता है। हिंदू कथाओं के अनुसार बाबा भैरव काले कुत्ते की सवारी किया करते थे। ऐसे में काले कुत्ते को भोजन कराने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
भैरव बाबा को लगाएं इन चीजों का भोग
प्रातः काल स्नान आदि के बाद भैरव बाबा के मंदिर जाकर उनकी पूजा-अर्चना करनी चाहिए। बाबा के मंदिर में इमरती, जलेबी, उड़द की दाल, पान व नारियल का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से राहु ग्रह भी शांत हो जाते हैं और व्यक्ति शत्रुओं पर विजय पा लेता हैं।
Also Read- Coconut Remedy: नारियल के इन उपाय से करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न, मिलेगी सफलता और होगी धन की वर्षा
कालभैरवाष्टक का करें पाठ
इसके अलावा कालभैरवाष्टक का पाठ करने से बाबा भैरव प्रसन्न होते हैं। इस पाठ को रोजाना नियमित रूप से करने से भूत प्रेत की परेशानी से व्यक्ति दूर होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)