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Janmashtami 2022 Bhajan: जन्माष्टमी पर कान्हा के इन भजन के साथ करें श्रीकृष्ण की भक्ति, देखें 'अच्चुतम केशवं' के लिरिक्स

Updated Aug 19, 2022 | 22:07 IST

Janmashtami 2022 Date, Time Bhajan Lyrics: जन्माष्टमी के खास मौके पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोसत्व भक्तिभाव, हर्षोल्लास और पूरे भक्तिभाव के साथ मनाया जाता है। मंदिर से घरों में लोग कृष्ण के भजन गाकर झूमते हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भजन और गीतों को गाकर आप भी जन्माष्टमी मनाएं।

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श्रीकृष्ण भजन
मुख्य बातें
  • जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण के भजन से हो माहौल होगा भक्तिमय
  • 18 और 19 अगस्त को मनाई जाएगी जन्माष्टमी
  • श्रीकृष्ण ने भजन गाकर हर्षोल्लास एवं आनंद से मनाएं उनका जन्मोत्सव

Janmashtami 2022 Date, Time, Top Bhajan Lyrics In Hindi: भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था। भगवान श्रीकृषण श्रीहरि विष्णु के आठवें अवतार और देवकी नंदन के आठवें पुत्र हैं। जन्माष्टमी का त्योहार भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। जन्माष्टमी के खास मौके पर मथुरा और वृंदावन समेत पूरा देश बाल गोपाल की भक्ति में डूब जाता है और धूमधाम से उनका जन्मोत्सव मनाया जाता है। जन्माष्टमी के दिन आप भी श्रीकृष्ण के गीत और भजन गाकर भक्तिमय और आनंदपूवर्क जन्माष्टमी मनाएं। भगवान कृष्ण ये भजन उनकी लीलाओं से सराबोर हैं। इस आर्टिकल में हम आपको श्रीकृष्ण के फेमस भजन के बारे में बताएं, जिसे गाकर आप श्रीकृष्ण के प्रत्यक्ष होने की अनुभूति करेंगे।

कृष्ण भजन- अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं, राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता हे भगवान आते नहीं,
तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता है भगवान खाते नहीं,
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता है भगवान सोते नहीं,
मां यशोदा के जैसे सुलाते नहीं ।

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अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता है भगवान नाचते नहीं,
गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

नाम जपते चलो काम करते चलो,
हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो ।


अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

याद आएगी उनको कभी ना कभी,
कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी ।

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

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यह भजन जन्माष्टमी के साथ ही राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा, राधा अष्टमी और अखंड रामायण के पाठ में भी प्रमुखता से गाया जाने वाला भजन है।

(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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