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Lord Shiva Puja: शिवजी को पूजा में नहीं चढ़ाएं ये चीजें, नाराज हो जाते हैं महादेव

Updated Jun 03, 2022 | 23:32 IST

Lord Shiv Puja Vidhi: शिवजी की पूजा में कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। जैसे शिवलिंग पर तुलसी, हल्दी और सिंदूर जैसी कई चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए। इससे महादेव नाराज हो जाते हैं।

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शिवलिंग पूजा विधि
मुख्य बातें
  • शिवजी को नहीं चढ़ाना चाहिए हल्दी कुमकुम
  • केतकी और लाल रंग के फूल शिवजी को न चढ़ाएं
  • शिवलिंग पर भूलकर भी न चढ़ाएं नारियल पानी

Lord Shiv Puja Niyam On Shivling: हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है। भगवान की विशेष कृपा प्राप्त करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए पूजा-पाठ किए जाते हैं, जिससे कि व्यक्ति सभी समस्याओं से मुक्त रहे। हिंदू धर्म में 33 करोड़ (कोटि) देवी-देवता हैं और सभी देवी-देवताओं की पूजा करने का नियम भी अलग होता है। जैसे पूजा विधि, मंत्र, कथा, आरती और सामग्री अलग-अलग देवी-देवताओं के लिए अलग होती है। लेकिन देवों के देव महादेव की पूजा करने के दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है। क्योंकि कुछ ऐसी पूजा सामग्रियां होती हैं जिन्हें शिवलिंग पर चढ़ाना वर्जित माना जाता है। इससे भगवान शिव नाराज हो जाते हैं और आपको पूजा का फल नहीं मिलता। शिवलिंग पर भांग, धतूरा, चंदन, दूध, बेलपत्र आदि जैसी सामग्रियां चढ़ाना शुभ माना जाता है। लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जो गलती से भी शिवलिंग पर न चढ़ाएं। जानते हैं कौन सी है वह चीजें..

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केतकी के फूल

शिवलिंग पर कभी भी केतकी के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए। एक कथा के अनुसार, ब्रह्मा जी के झूठ में जब केतनी ने साथ दिया तो भगवान भोलेनाथ नाराज हो गए और श्राप दे दिया। शिवजी ने कहा कि उनकी पूजा में केतनी का फूल नहीं चढ़ाया जाएगा। इसलिए केतकी का फूल शिवलिंग पर चढ़ाना अशुभ माना जाता। इसके अलावा लाल रंग के फूल भी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए।

हल्दी

कई पूजा-पाठ में हल्दी का प्रयोग किया जाता है। इसे बेहद शुभ माना जाता है। भगवान विष्णु और भगवान गणेश जैसे कई देवी-देवताओं की पूजा में हल्दी का प्रयोग किया जाता है। लेकिन शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाना वर्जित होता है। क्योंकि हल्दी की स्त्रोयोचित यानी स्त्री से संबंधित वस्तु होती है और शिवलिंग को पुरुष तत्व का प्रतीक माना जाता है।

तुलसी पत्ता

तुलसी की पत्तियां भी कई पूजा-पाठ में प्रयोग की जाती है। विष्णु भगवान की पूजा तो तुलसी पत्ता के बिना अधूरी मानी जाती है। लेकिन भगवान शिव की पूजा में इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि तुलसी के पति असुर जालंधर का वध भगवान शिव ने किया था। इसलिए भगवान शिव को उन्होंने अपने आलौकिक और देवीय गुणों वाले तत्वों से वंचित कर दिया। एक कारण यह भी है कि भगवान विष्णु ने तुलसी को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया है। इसलिए भी शिवलिंग पर तुलसी नहीं पढ़नी चाहिए।

नारियल पानी

शिवलिंग पर नारियल पानी नहीं चढ़ाना चाहिए आप उनकी पूजा में नारियल चढ़ा सकते हैं लेकिन नारियल का  पानी चढ़ाना वर्जित माना जाता है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि शिवजी को चढ़ाए गए नारियल को प्रसाद के रूप ग्रहण नहीं करना चाहिए।

(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्‍स नाउ नवभारत इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है।)

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