लाइव टीवी

Rahu and Ketu: राहु केतु के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को मिलते हैं कई कष्ट, जानिए इससे बचने के अचूक उपाय

Updated Sep 15, 2022 | 21:00 IST

Rahu and Ketu Remedies: कुंडली में राहु केतु के लक्षण खराब होने पर इसका प्रभाव व्यक्ति के स्वास्थ्य व निजी जीवन पर पड़ता है व इसका अच्छा प्रभाव व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है। राहु केतु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए कई उपाय हैं।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspInstagram
राहु केतु के प्रकोप से कैसे बचे
मुख्य बातें
  • ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक राहु केतु को छाया ग्रह माना गया है
  • इन्हें असुर ग्रह भी कहा जाता है, शनि ग्रह के बाद सबसे अधिक लोगों को राहु केतु ग्रह का ही डर होता है
  • राहु का रंग काला व केतु का सफेद माना जाता है

Rahu And Ketu Ke Upaay: राहु केतु का व्यक्ति के जीवन में विशेष प्रभाव होता है। इनका प्रभाव व्यक्ति के जीवन में अच्छे व बुरे दोनों होते हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार राहु केतु का बुरा प्रभाव जिस भी व्यक्ति की कुंडली में पड़ता है उसे विशेष परेशानी का सामना करना पड़ता है व इसका नकारात्मक प्रभाव से व्यक्ति अपार धन कमाता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक राहु केतु को छाया ग्रह माना गया है। इन्हें असुर ग्रह भी कहा जाता है। शनि ग्रह के बाद सबसे अधिक लोगों को राहु केतु ग्रह का ही डर होता है। राहु का रंग काला व केतु का सफेद माना जाता है। राहु की सरस्वती जी तो वहीं केतु के देवता भगवान गणेश जी हैं। अगर व्यक्ति राहु केतु के प्रकोप से परेशान हैं तो कई अचूक उपाय अपनाकर राहु व केतु के प्रकोप से बचा जा सकता है।

Also Read- Vishwakarma Puja 2022: इस तारीख को कीजिए विश्वकर्मा पूजा, जानिए शुभ मुहूर्त व महत्व

राहु केतु से बचने के लिए करें उपाय

मां दुर्गा की करें उपासना

राहु केतु के प्रभाव से बचने के लिए रोजाना मां दुर्गा की उपासना करना चाहिए। मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करनी चाहिए। आरती व मां दुर्गा की चालीसा का रोजाना नियमित रूप से पाठ करना चाहिए।

इन मंत्रों का करें जाप

राहु केतु के प्रभाव से बचने के लिए रोजाना सुबह स्नान करके नियमित रूप से 108 बार ओम नमः भगवते वासुदेवाय के मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके अलावा या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: के मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से राहु केतु दोष कम हो जाता है।

Also Read- Mantra For Happiness: जग पालन हारी का आशीर्वाद पाने के लिए इन 10 मंत्रों का करें जाप, बनने लगेंगे बिगड़े काम

दान करने से कम होता है प्रभाव

इसके अलावा राहु केतु के प्रभाव से बचने के लिए कन्या दान करने से, एक गरीब व्यक्ति की कन्या का विवाह कराने से व मंदिरों में दान करने से भी इसका प्रभाव कम होता है।

राहु-केतु के बीच मंत्र का करें जाप

राहु-केतु ग्रह की शांति के लिए नियमित 108 बार इसके बीज मंत्र राहु का बीज मंत्र – ॐ रां राहवे नमः व केतु का बीज मंत्र –ॐ क्र केतवे नमः का जाप करना चाहिए। इस तरह 18000 बार दोनों के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे राहु केतु शांत होते हैं।

(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
 

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल