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- सर्वपितृ अमावस्या पर बन रह ग्रहों का महासंयोग
- बुध-शुक्र-सूर्य एकसाथ कन्या राशि में
- ये उपाय कर दूर करें कुंडली का हर दोष
Sarvpitru Amavasya 2022: इस साल सर्वपितृ अमावस्या 25 सितंबर दिन रविवार को पड़ रही है। इस दिन उन पितरों का श्राद्ध किया जाता है जिनकी मृत्यु तिथि लोग भूल जाते हैं। या फिर उन पितरों का श्राद्ध होता है जिनकी मृत्यु अमावस्या तिथि के दिन होती है। इस बार सर्वपितृ अमावस्या बेहद खास होने वाली है। इस बार श्राद्ध अमावस्या से पहले ग्रहों का एक अद्भुत संयोग बन रहा है। दरअसल 24 सितंबर को शुक्र ग्रह कन्या राशि में गोचर कर चुका है, जहां सूर्य और बुध पहले से ही विराजमान हैं। शुक्र के कन्या राशि में जाते ही त्रिग्रही योग का निर्माण होगा।
ज्योतिषविदों की मानें तो अगर किसी इंसान की कुंडली में इन ग्रहों से जुड़ी समस्या है तो पितृपक्ष में उसका उपाय बड़ा फलदायी रहेगा। साथ ही जिन लोगों की कुंडली में पितृदोष की समस्या है, वो भी सर्वपितृ अवमास्या पर विशेष उपाय करके इसके दुष्प्रभाव से बच सकते हैं।
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कुंडली में सूर्य बिगड़ा है तो क्या करें
रविवार सूर्य देव का दिन है और सर्वपितृ अमावस्या भी इस बार रविवार को ही पड़ रही है। अगर आपकी कुंडली में सूर्य से जुड़ी कोई समस्या है तो सर्वपितृ अमावस्या के दिन तांबे के लोटे से सूर्य देव को अर्घ्य दें। इस दिन हाथ में तांबे का कड़ा धारण करना भी शुभ रहेगा।
बुध की समस्या है तो क्या करें
अगर आपकी कुंडली में बुध ग्रह से जुड़ी कोई समस्या है तो सर्वपितृ अमावस्या के दिन ''ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः'' या ''ॐ बुं बुधाय नमः'' मंत्र का जाप करें और अंगुली में पन्ना रत्न धारण करें। आपकी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
अगर शुक्र की समस्या है तो क्या करें
अगर कुंडली में शुक्र ग्रह से जुड़ी कोई समस्या है तो सर्वपितृ अमावस्या के दिन सफेद चीजों का दान करें। इस दिन आप चंदन, चावल, वस्त्र, फूल, चांदी, घी, दही आदि चीजें दान कर सकते हैं। इसके अलावा ''ऊं शुं शुक्राय नम:'' या ''ऊं द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः'' मंत्र का जाप करें।
डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।