- मंत्र जाप की परंपरा पुरातन काल से ही चली आ रही है
- ऋषि- मुनि देवताओं को प्रसन्न करने के लिए मंत्रों के जाप किया करते थे
- मंत्र के जाप करने से हर चीज का निवारण निकाला जा सकता है
Sleeping Mantra Importance: हिंदू धर्म में मंत्रों का विशेष महत्व बताया गया है। मंत्रों में इतनी शक्ति होती है इससे हर बाधाओं को पार किया जा सकता है। तमाम कार्यों की सिद्धि के लिए लोग मंत्रों का जाप करते हैं। मंत्र जाप की परंपरा पुरातन काल से ही चली आ रही है। ऋषि- मुनि देवताओं को प्रसन्न करने के लिए मंत्रों के जाप किया करते थे। मंत्र के जाप करने से हर चीज का निवारण निकाला जा सकता है। ऐसे ही कई बार लोगों को तनावपूर्ण जीवनशैली की वजह से रात में नींद नहीं आ पाती है। सोते समय वे कई चीजों के बारे में सोचने लगते हैं। जिससे मन और ज्यादा विचलित हो जाता है। ऐसे में अगर सोने से पहले कुछ मंत्रों का जाप किया जाए तो नींद न आने की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानते हैं उन मंत्रों के बारे में जिसका जाप सोने से पहले करना चाहिए।
सुखद नींद के लिए करें इस मंत्र का जाप
या देवी सर्वभूतेषु निद्रा-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर व्यक्ति चाहता है कि वह सुखद नींद लें, ताकि मन और मस्तिष्क दोनों संतुलित रहें। ऐसे ही सुखद नींद के लिए मां दुर्गा सप्तशती मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप सोने से पहले 11 या 21 बार करना चाहिए।
शांतिपूर्वक नींद
अगस्तिर्माघवशचैव मुचुकुन्दे महाबल:।
कपिलो मुनिरास्तीक: पंचैते सुखशाायिन:।।
भागती दौड़ती जीवन शैली में हर कोई शांतिपूर्वक नींद चाहता है, लेकिन तमाम तरह की समस्याओं की वजह से ऐसा मुमकिन नहीं हो पाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शांतिपूर्वक नींद के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र का जाप करने से पहले हाथ व पैर अच्छे से साफ कर लें।
बुरे सपनों के लिए करें इस मंत्र का जाप
वाराणस्यां दक्षिणे तु कुक्कुटो नाम वै द्विज:।
तस्य स्मरणमात्रेण दु:स्वपन: सुखदो भवेत्।।
कई बार व्यक्ति को बुरे सपने आते हैं। जिस वजह से नींद टूट जाती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक बुरे सपनों से बचने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार रोजाना सोने से पहले करना चाहिए।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)