- घर के फर्नीचर के लिए चुनें सही पेड़ की लकड़ी
- पूजनीय पेड़ों की लड़की से बना फर्नीचर बिगाड़ सकता है वास्तु
- सही पेड़ की लकड़ी के फर्नीचर से घर पर बनी रहेगी सुख-शांति
Best Wood Furniture For vastu: घर में खिड़की और दरवाजों से लेकर कई जगह लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है। सभी घरों में सोफे, पलंग, टेबल और कुर्सी जैसे कई फर्नीचर होते हैं जोकि लकड़ी के बने होते हैं। वैसे तो आजकल बाजार में लोहे, स्टील और प्लास्टिक से बने कई तरह के फर्नीचर मिलते हैं। लेकिन लकड़ी का फर्नीचर हर घर में देखा जाता है। सिर्फ घर की जरूरतों में ही नहीं बल्कि वास्तु शास्त्र में भी लकड़ी के फर्नीचर का खास महत्व होता है। कुछ ऐसे पेड़ हैं जिनकी लकड़ी से बना फर्नीचर आपके घर का वास्तु बिगाड़ सकता है और घर पर सकारात्मक के बजाय नकारात्मक उर्जा का वास होने लगता है। इससे कारोबार, उन्नति और आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ता है। इसलिए आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि आपके घर के लिए किस पेड़ की लकड़ी से बना फर्नीचर वास्तु के हिसाब से सही नहीं है।
चंदन की लकड़ी- चंदन बहुत ही पवित्र लकड़ी होती है। इसका इस्तेमाल खासकर पूजा-पाठ के लिए किया जाता है। आप अगर अपने घर पर चंदन की लकड़ी का फर्नीचर बनवाते हैं तो पूजा के लिए मंदिर बनवा सकते हैं। लेकिन भूलकर भी चंदन की लकड़ी का अन्य फर्नीचर ना बनवाएं।
आम की लकड़ी- चंदन की ही तरह आम के पेड़ की लकड़ी भी पूजा-पाठ के लिए शुभ मानी जाती है। आम की लकड़ी से हवन व यज्ञ संपन्न होते हैं। आम के पेड़ की सिर्फ लकड़ी ही नहीं बल्कि इसकी पत्तियों का इस्तेमाल भी पूजा व शुभ कार्यों में किया जाता है। इसलिए आम की लकड़ी से बना फर्नीचर भी घर पर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
पीपल की लकड़ी- पीपल का पेड़ पूजनीय होता है। शनिवार और मंगलवार के दिन कई लोग पीपल पेड़ पर विधिवत पूजा करते हैं और जल डालते हैं। पीपल पेड़ की पूजा करने से जीवन की कई परेशानियों से मुक्ति मिलती है। पूजनीय होने के कारण पीपल के पेड़ की लकड़ी से बना फर्नीचर भी घर पर नहीं रखना चाहिए।
कांटेदार या दूधवाले लकड़ी- जो पेड़ कांटेदार होते हैं या जिन पेड़ों को काटने से दूध या गोंद निकलता है, वास्तु के अनुसार ऐसे पेड़ों की लकड़ी से बना फर्नीचर भी घर पर रखना शुभ नहीं होता। दूध वाले पेड़ों में गूलर, आक और बरगद जैसे पेड़ शामिल हैं।
वास्तु के अनुसार, घर पर बहेड़ा, वटवृक्ष, पाकर, कैथ और करंज की लकड़ियों के बने फर्नीचर का प्रयोग नहीं करना चाहिए। वहीं घर के फर्नीचर, चौखट और दरवाजा आदि के लिए नीम, शीशम, सागवान और अशोक जैसी लकड़ियों का प्रयोग किया जा सकता है।
(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)