- दरार दीवार बनती है बर्बादी का कारण
- वास्तु के अनुसार कराएं दीवारों पर पेंटिंग
- उत्तर दिशा की दीवारों पर दरार और पपड़ी उखड़ना होता है अशुभ
Vastu Tips For Home walls: वास्तु शास्त्र में घर से जुड़ी हर वस्तुओं की दिशा और दशा का बहुत महत्व होता है। घर पर रखी हर चीज वास्तु के अनुसार होनी चाहिए। इससे घर पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। घर पर मौजूद सभी चीजों की कंडीशन भी सही होनी चाहिए। पुरानी, टूटी-फूटी और अनावश्यक चीजों से घर पर नेगेटिविटी आती है। इसलिए समय-समय पर इनकी मरम्मत कराते रहना चाहिए। वास्तु के अनुसार घर की बेरंग, दरार और सीलन वाली दीवारों को भी अशुभ माना गया है। इससे घर की सुख-शांति प्रभावित होती है। इसलिए घर की दीवारें सही सलामत होनी चाहिए। समय-समय पर घर की दीवरों की मरम्मत और रंग-रोगन करानी चाहिए। नहीं तो घर पर वास्तु दोष हो सकता है। जानते हैं कैसी दीवारें देती है बर्बादी का संकेत और घर की दीवारों को लेकर रखे किन बातों का ध्यान।
घर की दीवारों पर सजावट करते समय रखें ध्यान
घर की दीवारों पर लोग कई तरह की पेटिंग लगाते हैं, जिससे घर और दीवार की खूबसूरत में चार चांद लग जाते हैं। लेकिन पेटिंग के भी खास दिशा होती है। इसलिए पेटिंग लगाने से पहले दीवार की दिशा का ध्यान रखें। जैसे सूर्योदय की फोटो पूर्व दिशा की दीवार पर, ओम या स्वास्तिक की फोटो उत्तर-पूर्व दिशा की दीवार पर और फैमली फोटो दक्षिण दिशा की दीवार पर लगाना शुभ माना गया है। इसी तरह कुछ लोग दीवारों पर अनावश्यक छेद कर देते हैं। जितनी जरूरत हो दीवारो पर उतना ही छेद कराएं। अनावश्यक दीवारों की तोड़-फोड़ या ड्रिलिंग वगैरह करने से बचना चाहिए।
साफ-सफाई का रखें ध्यान
आप जिस तरह घर और फर्श की साफ-सफाई करते हैं, ठीक उसी तरह दीवारों की भी साफ-सफाई करें। गंदी या धूल जमी दीवारों से घर पर नकारात्मकता आती है। दीवारों के कोनों पर मकड़ी के जाले भी हटाते रहें। यह दरिद्रता का कारण बनते हैं। दीवारों पर थूकना और पैर रखना भी गलत तरीका है।
दरार दीवारों से बढ़ता है वाद-विवाद
घर की दीवारों में दरारें बिल्कुन नहीं होनी चाहिए। इससे पारिवारिक वाद-विवाद और लड़ाई-झगड़े बढ़ते हैं। वास्तु के अनुसार घर की उत्तर दिशा की दीवार में दरार नहीं होनी चाहिए। क्योंकि यह दिशा भगवान कुबेर की दिशा मानी जाती है। यदि उत्तर दिशा की दीवारें सही होती है तो घर पर सुख और समृद्धि बनी रहती है।
दीवार की रंगों का भी रखें ध्यान
दीवारों पर रंग-रोगन कराते समय कलर्स का चुनाव सोच-समझकर करना चाहिए। वास्तु के अनुसार, गहरा नीला, काला, गहरा पीला, नारंगी, चटक लाल रंग और बैंगनी कलर का पेंट नहीं कराना चाहिए। आप दिशा के अनुसार हल्के, सौम्य और सात्विक रंगों का ही प्रयोग करें।
(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)