- भगवान शिव जी की उपासना के साथ करें माता दुर्गा जी की पूजा।
- रात्रि में माता काली जी की करें विधिवत पूजा।
- आज है बुध व शनि के बीज मंत्र जप का दिवस।
18 September 2021 ka Panchang: आज भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष की द्वादशी है फिर 06:55 am के बाद त्रयोदशी है। आज धनिष्ठा नक्षत्र है। आज प्रदोष का पावन व्रत है। भगवान शिव जी की उपासना के साथ माता दुर्गा जी की पूजा भी करें। शनिवार का व्रत रहें। दान पुण्य करें। आज उड़द दान का बहुत महत्व है। रात्रि में माता काली जी की विधिवत पूजा करें व भैरो स्तोत्र का पाठ करें। आज बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य है। आज शनिवार
है। आज बुध व शनि के बीज मंत्र के जप का दिवस है।
प्रातःकाल पञ्चाङ्ग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
आज का पंचांग 18 सितंबर 2021 (Today Panchang):
दिनांक | 18 सितम्बर 2021 |
दिवस | शनिवार |
माह | भाद्रपद, शुक्ल पक्ष |
तिथि | द्वादशी 06:55 am तक फिर त्रयोदशी |
सूर्योदय | 06:12 am |
सूर्यास्त | 06:16 pm |
नक्षत्र | धनिष्ठा |
सूर्य राशि | कन्या |
चन्द्र राशि | मकर |
करण | बालव 06:55 am तक फिर कौलव |
योग | सुकर्मा 06:24 pm तक फिर सुकर्मा |
शुभ मुहूर्त- अभिजीत | 11:57 am से 12:25 pm तक |
विजय मुहूर्त | 02:44 pm से 03:37 pm तक |
गोधुली मुहूर्त | 07:12 pm से 07:25 pm तक |
आज राहुकाल- प्रातःकाल 09 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा। जीवन में कोई भी शुभ या मंगल कार्य इस समय के दौरान करने से बचना चाहिए।