नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा का पूजन किया जाता है। माता का रूप बहुत ही सौम्य माना जाता है। माता चंद्रघंटा असुरों और बुराईयों से रक्षा करती हैं। मां दुर्गा की तीसरी शक्ति को चंद्रघंटा का नाम दिया गया है। मान्यता है देवी चंद्रघंटा के घंटे की ध्वनि से दानव, दैत्य और राक्षस कांपते हैं और उनका अंत होता है। इसी मान्यता से पूजा के दौरान घंटा बजाया जाता है। मां चंद्रघंटा को सुगंधित वस्तुओं प्रिय होती हैं। उनकी पूजा में सुगंध वाले फूलों का इस्तेमाल करना लाभदायक माना जाता है। मां दुर्गा के इस रूप की कथा इस वीडियो में सुन सकते हैं। नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की व्रत कथा सुन सकते हैं।