- हर वर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर गंगा दशहरा पूरे भारत में धूम-धाम से मनाया जाता है।
- इस दिन मां गंगा का अवतरण धरती पर हुआ था, गंगा दशहरा पर गंगा स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
- कोरोनाकाल में घर पर रहकर गंगाजल को अपने नहाने के पानी में डालकर स्नान कर सकते हैं।
भारत की सात पवित्र नदियों में से एक गंगा नदी है जो भारत की सबसे लंबी नदी मानी जाती है। गंगा नदी करोड़ों लोगों की जीविका है। सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए गंगा नदी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। कहा जाता है कि गंगा स्नान करने से सभी पाप मिट जाते हैं तथा हर एक प्रकार की बीमारी दूर हो जाती है। किसी भी शुभ पर्व या त्योहार के दिन लोग गंगा नदी में स्नान करते हैं। एकादशी व्रत पर गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है।
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी पर मां गंगा स्वर्ग से धरती पर आई थीं। मां गंगा के अवतरण के वजह से इसे गंगा दशहरा के नाम से जाना जाता है। गंगा दशहरा पर लोग गंगा नदी में स्नान करते हैं और धार्मिक कार्यों में आगे रहते। माना जाता है कि गंगा स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है तथा पुण्य की प्राप्ति होती है।
गंगा दशहरा 2021 में कब है, ganga dussehra 2021 ka kab hai
गंगा दशहरा तिथि और मुहूर्त
गंगा दशहरा तिथि: - 20 जून 2021, रविवार
गंगा दशहरा तिथि प्रारंभ: - 19 जून 2021 शाम (06:50)
गंगा दशहरा तिथि समाप्त: - 20 जून 2021 शाम (04:25)
गंगा सप्तमी का महत्व, ganga dusshera ka mahatva in hindi
हिंदू धर्मावलंबियों के लिए गंगा दशहरा विशेष महत्व रखती है। हिंदू मान्यताओं और पौराणिक कथाओं के अनुसार, गंगा दशहरा पर मां गंगा स्वर्ग से धरती पर आई थीं। कहा जाता है कि जो इंसान गंगा दशहरा पर गंगा स्नान और दान-पुण्य करता है उसे महायज्ञ के समान शुभ फल मिलता है।