- इस साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कार ऑनलाइन आयोजित हो सकते हैं
- राष्ट्रीय खेल पुरस्कार खेल दिवस के मौके पर 29 अगस्त को दिये जाते हैं
- कोरोना वायरस महामारी के कारण समारोह पहली बार ऑनलाइन हो सकता है
नई दिल्ली: राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह पहली बार इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण ऑनलाइन आयोजित हो सकते हैं, जिसमें सभी विजेता अपने अपने स्थानों से 29 अगस्त को लॉग इन करके अपने नामों की घोषणा होते हुए सुनेंगे।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार खेल दिवस के मौके पर 29 अगस्त को दिये जाते हैं, जो महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है। खेल मंत्रालय के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, 'इस साल का पुरस्कार समारोह ऑनलाइन होने की संभावना है। भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार समारोह के दिन ही सुबह विजेताओं के नामों की घोषणा की जाएगी।'
महामारी के कारण जून में मंत्रालय को पुरस्कारों के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा कराने की तिथि को बढ़ाने के लिए बाध्य होना पड़ा था। लॉकडाउन के बीच सिफारिश करने वाले लोगों को ढूंढने में 'परेशानी' के कारण खिलाड़ियों को खुद का नामांकन करने की स्वीकृति दी गई थी। खुद के नामांकन की स्वीकृति के कारण इस बार पुरस्कारों के लिए बड़ी संख्या में आवेदन आए।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और ध्यानचंद पुरस्कार शामिल हैं जो हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति देते हैं। बैठक के पहले दिन सोमवार को द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कारों के लिए क्रमश: 13 और 15 उम्मीदवारों के नाम की सिफारिश की गई। पिछले साल अनदेखी के बाद दिग्गज निशानेबाज जसपाल राणा को सोमवार को 13 कोचों की सूची में जगह मिली, जिनके नाम की सिफारिश खेल मंत्रालय की चयन समिति ने इस साल द्रोणाचार्य पुरस्कारों के लिए की है।