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World Athletics Championships: अनु रानी मेडल जीतने से चूकी, फाइनल में टॉप-8 में रहीं

Updated Jul 23, 2022 | 10:01 IST

Annu Rani in World Athletics Championships: भारत की अनु रानी विश्‍व एथलेटिक्‍स चैंपियनशिप्‍स में महिला जेवलिन थ्रो फाइनल में सातवें स्‍थान पर रहीं। रानी का दूसरा थ्रो दिन का सर्वश्रेष्‍ठ रहा।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
अनु रानी
मुख्य बातें
  • अनु रानी महिला जेवलिन थ्रो फाइनल में सातवें स्‍थान पर रहीं
  • रानी ने सर्वश्रेष्‍ठ थ्रो 61.12 मीटर की दूरी का फेंका
  • अनु रानी का दूसरा थ्रो उनका सारे प्रयासों में सर्वश्रेष्‍ठ रहा

ओरेगोन: भारत की स्‍टार जेवलिन थ्रोअर अनु रानी वर्ल्‍ड एथलेटिक्‍स चैंपियनशिप्‍स में मेडल जीतने से चूक गईं। महिला जेवलिन थ्रो फाइनल में अनु रानी सातवें स्‍थान पर रहीं। यूजिन में शनिवार को वर्ल्‍ड एथलेटिक्‍स चैंपियनशिप्‍स के आठवें दिन हेवर्ड फील्‍ड में अनु रानी का सर्वश्रेष्‍ठ थ्रो 61.12 मीटर का रहा।

अनु रानी ने फाइनल में अपने अभियान की शुरूआत 56.18 मीटर की दूरी पर भाला फेंककर की। फिर दूसरा थ्रो उनका 61.12 मीटर का रहा। रानी का दूसरा थ्रो शाम का सर्वश्रेष्‍ठ रहा क्‍योंकि अगले चार प्रयासों में वो इसके करीब भी नहीं पहुंच सकीं।

दिन का सर्वश्रेष्‍ठ 61.12 मीटर की दूरी पर भाला फेंकने वाली रानी ने टॉप-8 में अपना अभियान समाप्‍त किया और उन्‍हें तीन अतिरिक्‍त प्रयास भी मिले। हालांकि, वो 56.18 मीटर, 61.12 मीटर, 59.27 मीटर, 58.14 मीटर, 59.98 मीटर और 58.70 मीटर के थ्रो करके सातवें स्‍थान पर रहीं।

ऑस्‍ट्रेलिया की केसले ली बारबर ने 66.91 मीटर का सर्वश्रेष्‍ठ लंबा थ्रो करके गोल्‍ड मेडल जीता। वहीं कारा विंगर ने 64.05 मीटर के सर्वश्रेष्‍ठ थ्रो के साथ सिल्‍वर मेडल जीता। जापान को वर्ल्‍ड एथलेटिक्‍स चैंपियनशिप्‍स में जेवलिन इवेंट में हारुका किटागिची ने 63.27 मीटर के सर्वश्रेष्‍ठ थ्रो के साथ पहला मेडल दिलाया। किटागिची ने ब्रॉन्‍ज मेडल जीता। 

बता दें कि अनु रानी ने गुरुवार को यहां अपने आखिरी प्रयास में 59.60 मीटर भाला फेंक कर विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल्स के लिये क्वालीफाई किया था। अनु पर शुरू में ही बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था क्योंकि उनका पहला प्रयास 'फाउल' हो गया था जबकि दूसरे प्रयास में वह 55.35 मीटर तक ही भाला फेंक पायी थी। आखिर में वह 59.60 मीटर भाला फेंकने में सफल रही जो फाइनल्स में जगह बनाने के लिये पर्याप्त था।