लाइव टीवी

सरकार की चेतावनी! अपडेट कर लें अपना Android स्मार्टफोन, वर्ना बाद में पड़ेगा पछताना

Updated Dec 14, 2021 | 14:45 IST

मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत आने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर्स के लिए एक नई वॉर्निंग जारी की है। ये वॉर्निंग खासतौर पर एंड्रॉयड 9, एंड्रॉयड 10, एंड्रॉयड 11 और एंड्रॉयड 12 यूजर्स के लिए जारी की गई है।

Loading ...
Photo Credit- UnSplash
मुख्य बातें
  • वॉर्निंग खासतौर पर एंड्रॉयड 9, एंड्रॉयड 10, एंड्रॉयड 11 और एंड्रॉयड 12 यूजर्स के लिए जारी की गई है
  • साइबर अपराधी इन खामियां का फायदा उठाते हैं तो वे गोपनीय जानकारियों तक पहुंच सकते हैं
  • गूगल ने इन एंड्रॉयड OS में मौजूद इन खामियां की पहचान कर ली है

मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत आने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर्स के लिए एक नई वॉर्निंग जारी की है। ये वॉर्निंग खासतौर पर एंड्रॉयड 9, एंड्रॉयड 10, एंड्रॉयड 11 और एंड्रॉयड 12 यूजर्स के लिए जारी की गई है। जारी एडवाइजरी के मुताबिक इस ऑपरेटिंग सिस्टम में कई खामियां पाई गईं हैं। अपराधियों द्वारा इसका दुरुपयोग गोपनीय जानकारियों तक पहुंचने के लिए किया जा सकता है। 

इस एडवाइजरी में आगे ये भी बताया गया है कि गूगल प्ले सिस्टम अपडेट्स, फ्रेमवर्क कंपोनेंट्स, सिस्टम कंपोनेंट्स, कर्नल कंपोनेंट्स, क्वॉलकॉम कंपोनेंट्स, क्वॉलकॉम क्लोज्ड-सोर्स कंपोनेंट्स और मीडियाटेक कंपोनेंट्स के मीडियो कोकेड और मीडिया फ्रेमवर्क कंपोनेंट्स में आई दिक्कत के चलते ये खामियां एंड्रॉयड OS में मौजूद हैं। 

सावधान! अगर Gmail में मिले ऐसा मेल तो ना करें क्लिक, लग सकता है चूना!

एडवाइजरी में बताया गया है कि अगर साइबर अपराधी इन खामियां का फायदा उठाते हैं तो वे गोपनीय जानकारियों तक पहुंच सकते हैं और कई तरह से यूजर्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं। गूगल ने इन एंड्रॉयड OS में मौजूद इन खामियां की पहचान कर ली है और पिछले हफ्ते ही पैच जारी कर दिया है। ऐसे में किसी संभावित नुकसान से बचने के लिए यूजर्स तुरंत नया पैच डाउनलोड कर लें। 

इसके अलावा CERT-In ने Google Chrome यूजर्स के लिए वार्निंग जारी की है। जारी वॉर्निंग के मुताबिक, क्रोम ब्राउजर में कई खामियां पाई गईं हैं। इसका फायदा दूसरे बैठे साइबर अपराधी टारगेटेड सिस्टम में आर्बिटरी कोड एग्जीक्यूट करने के लिए कर सकते हैं। इस खामी के लिए भी कंपनी ने अपडेट जारी कर दिया है।