लाइव टीवी

UP: बेटे के वीडियो गेम का चस्का रिटायर्ड फौजी को पड़ा महंगा, खेल-खेल में लग गया 36 लाख का चूना

Updated Feb 02, 2022 | 14:21 IST

आगरा से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक रिटायर्ड फौजी के अकाउंट से करीब 36 लाख रुपये गेम डाउनलोड करने की वजह से कट गए। अकाउंट से लाखों रूपये कट जाने की ये घटना तब हुई जब रिटायर्ड फौजी के बेटे ने वेबसाइट से एक गेम को डाउनलोड किया। गेम को सिंगापुर बेस्ड एक वेब पोर्टल से डाउनलोड किया गया था।

Loading ...
Photo Credit- iStock
मुख्य बातें
  • रिटायर्ड फौजी के अकाउंट से करीब 36 लाख रुपये गेम डाउनलोड करने की वजह से कट गए
  • गेम को सिंगापुर बेस्ड एक वेब पोर्टल से डाउनलोड किया गया था
  • इस मामले में आगरा साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई गई है

आगरा से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक रिटायर्ड फौजी के अकाउंट से करीब 36 लाख रुपये गेम डाउनलोड करने की वजह से कट गए। अकाउंट से लाखों रूपये कट जाने की ये घटना तब हुई जब रिटायर्ड फौजी के बेटे ने वेबसाइट से एक गेम को डाउनलोड किया। गेम को सिंगापुर बेस्ड एक वेब पोर्टल से डाउनलोड किया गया था। 

इस मामले में आगरा साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई गई है। हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस मामले की जांच कर रही है। लेकिन, पैसे के बारे में कुछ कह नहीं पा रही है। ये घटना आगरा के हरिपर्वत थाना क्षेत्र की है।  

WhatsApp ने दिसंबर में भारत में बैन किए 20 लाख से ज्यादा अकाउंट्स, जानें वजह

पुलिस ने कहा कि रिटायर्ड फौजी के बेटे ने अपने पिता के मोबाइल में 'बैटल ग्राउंड गेम' डाउनलोड किया। इसके बाद 36 लाख रुपये कट गए। दरअसल, फौजी का बेटा गेम खेलने का आदी था और उसने गेम के लास्ट स्टेज तक पहुंचने के लिए वीपेन्स खरीदने के ऑनलाइन पेमेंट किया। साथ ही पेमेंट ऑप्शन को इनेबल भी कर दिया। 

ये पेमेंट UPI के जरिए किया गया था। इसके बाद लड़के ने गेम खेलना जारी रखा और एडिशनल फीचर्स के लिए अकाउंट से पैसे खाली होते रहे। इसके बाद जैसे ही अकाउंट से पैसे खाली हो जाने की जानकारी पिता को हुई तो उनके होश उड़ गए। 

भूल जाएंगे WhatsApp! Telegram में आए वीडियो स्टिकर्स समेत कई शानदार फीचर्स

इस बीच साइबर सेल के अधिकारी पैसे वापस दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, पैसे मिलने संभावना कम नजर आ रही है। साइबर पुलिस उस वॉलेट का पता लगाने की कोशिश कर रही है जिसमें रकम जमा की गई थी। अधिकारियों ने कहा कि अगर रिटायर्ड फौजी ने अपने UPI पेमेंट ऑप्शन को बंद कर दिया होता, तो शायद पैसे नहीं कटते।