नई दिल्ली : सोशल मीडिया के जरिये सुर्खियों में आया 'बाबा का ढाबा' अब रेस्टोरेंट बन चुका है। ढाबा मालिक कांता प्रसाद ने अपनी पुरानी दुकान के पास ही शानदार रेस्टोरेंट खोला है, जहां फर्नीचर से लेकर हेल्पिंग स्टाफ तक के इंतजाम हैं। इस नए रेस्टोरेंट में ग्राहकों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है, जिससे कांता प्रसाद गदगद हैं। उन्होंने मदद के लिए लोगों का शुक्रिया अदा किया है।
'बाबा का ढाबा' के 80 वर्षीय मालिक कांता प्रसाद ने दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर में अपने ढाबा के बगल में ही नया रेस्टोरेंट खोला है। नई शुरुआत पर खुशी जाहिर करते हुए कांता प्रसाद ने कहा, 'हम बहुत खुश हैं, ईश्वर ने हमारी मदद की। लोगों ने हमें जो मदद दी, हम उसके लिए उनका शुक्रिया अदा करते हैं।' उन्होंने लोगों से अपने नए रेस्टोरेंट में आने की अपील भी की और बताया कि यहां भारतीय तथा चीनी व्यंजन का स्वाद लोगों को मिलेगा।
यहां उल्लेखनीय है कि मार्च में जब कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लॉकडाउन की घोषणा हुई थी तो उससे 'बाबा का ढाबा' भी प्रभावित हुआ था। उनके ढाबे पर लोगों का पहुंचना बंद हो गया था। इसी बीच किसी सोशल मीडिया यूजर ने उनका एक वीडियो बनाकर अपलोड किया था, जिसमें कांता प्रसाद को अपना दुखड़ा सुनाते सुना गया। भावुक वीडियो देखकर बड़ी संख्या में लोग उनकी मदद करने पहुंचे थे और ढाबे पर ग्राहकों की लाइन लगने लगी।
अब उन्होंने जो नया रेस्टोरेंट खोला है, उसमें आंतरिक सज्जा पर तो काम हुआ ही है, लोगों के बैठने के लिए भी व्यवस्था की गई है, जबकि उनके पुराने ढाबे पर लोग बाहर ही खड़ा होकर खाना खाते थे। कांता प्रसाद का कहना है कि इस नए रेस्टोरेंट में भी वह और उनकी पत्नी बादामी देवी ही खाना बनाएंगे, जबकि स्टाफ उनकी मदद करेंगे।
यहां सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी कैमरा भी लगवाए गए हैं। बाबा ने हाल ही आरोप लगाया था कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। रेस्टोरेंट में मोर पंखी के वालपेपर के सामने एक छोटा सा मंदिर भी बनवाया गया है। यहां खाना बनाने के लिए अलग से बड़ा किचन भी है। कांता प्रसाद का कहना है किय हां खाना बनाने के साथ-साथ वह पैसे का हिसाब-किताब भी खुद रखेंगे।