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40 हजार से भी ज्यादा लोगों की हड्डियों और मानव कंकाल से बना हुआ चर्च, तस्वीरें कर देंगी हैरान

Updated Mar 21, 2021 | 13:47 IST

Church Sedlec Ossuary: हड्डियों से बना चेक गणराज्य का यह चर्च पूरी दुनिया में एक विशेष पहचान रखता है हर साल पूरी दुनिया से तमाम लोग इस चर्च को देखने के लिए आते हैं।

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1870 में बने इस चर्च को 'चर्च ऑफ बोन्स' के नाम से भी जाना जाता है (सभी फोटो साभार- The Unknown_You Tube)
मुख्य बातें
  • ये चर्च 40 हजार से भी ज्यादा लोगों की हड्डियों से बना हुआ है
  • Sedlec Ossuary नाम के इस चर्च को देखने दुनिया भर  से लोग आते हैं
  • इसे Church of Bones भी कहा जाता है

दुनिया में एक ऐसा चर्च मौजूद है, जोकि 40 हजार से भी ज्यादा लोगों की हड्डियों से बना हुआ है ये सुनने के बाद आपका रिएक्शन क्या होगा आप कहेंगे ऐसा नहीं हो सकता लेकिन ऐसा ही है और ये चर्च जिसे Church of Bones कहा जाता है वो चेक गणराज्य के प्राग में बना है और इसकी स्थापना के पीछे की कहानी भी खासी इंट्रेस्टिंग है 'सेडलेक ऑस्युअरी' (Sedlec Ossuary)नाम के इस चर्च को देखने दुनिया भर  से लोग आते हैं।

 1870 में बने इस चर्च को 'चर्च ऑफ बोन्स' के नाम से भी जाना जाता है, यहां इंसानी हड्डियों को बड़े ही कलात्मक ढंग से सजाया गया है करीब 40, 000 से अधिक मानव कंकाल यहां कुछ इस तरह से सजाए गए हैं कि देखने वाले इसे देखकर हैरान रह जाते हैं।

बताते हैं कि 14वीं और 15वीं शताब्दी में यहां प्लेग और युद्धों के कारण बहुत अधिक लोगों की मौत हुई थी भारी तादात में मरे लोगों को दफ़नाने के कारण कब्रिस्तान में बिल्कुल भी जगह नहीं बची तब यहां के लोगों के मन में एक ऑस्युअरी बनाने का ख्याल आया।

जिसके बाद से इस कार्य को वहां के संत और पादरी को सौंप दिया गया, जो कब्रों में से हड्डियों को निकाल कर ऑस्युअरी में रख देते यहां पर इकट्ठा हुई तकरीबन 40 हजार लोगों की हड्डियो से एक कलात्मक चर्च का निर्माण किया गया।

इस चर्च के मेन गेट पर तीन खास किस्म के कंकाल कुछ इस तरह मौजूद हैं, मानो कह रहे हो 'हमारी लेडी ऑफ द कॉन्सेप्शन' में आपका स्वागत है।

हड्डियों से घिरी इसकी दीवारें यहां आने वाले विजिटर्स को लुभाने के लिए काफी अच्छी मानी जाती है, वहीं इसकी छत क्रॉसबोन पैटर्न से प्रभावित है। 

यूरोप के देश चेक गणराज्य की राजधानी प्राग में बने इस चर्च को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इस चर्च में मानव कंकाल से हर अंग की हड्डी का प्रयोग किया गया है लोगों का शव यहां दफनाए गए हैं, उस समय इस स्थान की मिट्टी की लोग बहुत पवित्र मानते थे।