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16 August history: आज ही के दिन दंगों से लाल हो गई थी बंगाल की धरती, हजारों लोगों की गई थी जान

Updated Aug 16, 2020 | 05:30 IST

Aaj Ka Itihas, 16 August: 16 अगस्‍त की तारीख भारतीय इतिहास में सांप्रदायिक दंगों के लिए जानी जाती है, जब आजादी से ठीक एक साल पहले बंगाल में व्‍यापक पैमाने पर हिंसा भड़क गई थी। जानिए क्या है आज का इतिहास।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
आज का इतिहास, 16 अगस्‍त (फाइल फोटो)
मुख्य बातें
  • 16 अगस्‍त, 1946 को बंगाल में बड़े पैमाने पर दंगे भड़क गए थे, जिसमें हजारों लोगों की जान गई
  • दंगों की शुरुआत पूर्वी बंगाल के नोआखाली जिले से हुई थी, लगभग 72 घंटों तक मारकाट मची रही
  • दंगों में 6 हजार से अधिक लोग मारे गए तो 20 हजार से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए और एक लाख से ज्यादा बेघर हो गए

नई दिल्ली : देश के बंटवारे के समय पंजाब में हुए खूनी दंगों के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन आजादी से ठीक एक बरस पहले 16 अगस्त 1946 को कलकत्ता में हुए सांप्रदायिक दंगों ने बंगाल की जमीन को लाल कर दिया। मुस्लिम लीग ने इस दिन को डायरेक्ट एक्शन डे के तौर पर मनाने का ऐलान किया, जिसके बाद पूर्वी बंगाल में दंगों की आग दहक उठी।

इन दंगों की शुरूआत पूर्वी बंगाल के नोआखाली जिले से हुई थी और 72 घंटों तक चले इन दंगों में छह हजार से अधिक लोग मारे गए। 20 हजार से अधिक गंभीर रूप से घायल हुए और एक लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए।

देश दुनिया के इतिहास में 16 अगस्त की तारीख पर दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-

1691 : अमेरिका में योर्कटाउन, वर्जीनिया की खोज।
1777 : अमेरिका ने ब्रिटेन को बेनिंगटन के युद्ध में हराया।
1787 : तुर्की ने रूस के विरूद्ध युद्ध की घोषणा की।
1906 : दक्षिण अमेरिकी देश चिली में भीषण भूकंप में बीस हजार लोगों की मौत।
1924 : नीदरलैंड-तुर्की के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर।
1946 : बंगाल में बड़े पैमाने पर दंगे भड़के, जिसमें हजारों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
1960 : साइप्रस को ब्रिटेन से मुक्ति मिली। वहां इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाता है।
1990 : चीन ने अपना पहला परमाणु परीक्षण किया।
2000 : वेरेण्टर्स सागर में रूस की परमाणु पनडुब्बी दुर्घटनाग्रस्त।
2003 : लीबिया ने लाकरवी बम विस्फोट की ज़िम्मेदारी ली।
2008 : कांगो में तैनात 125 भारतीय पुलिस अफ़सरों को संयुक्त राष्ट्र शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
2012 : विकीलीक्स के संस्थापक जुलियन असांजे को इक्वाडोर ने राजनयिक शरण दी।