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Do You Know: एक ऐसा पेड़, जिसे होती है 'गुदगुदी', छूते ही इंसानों की तरह खिलखिला उठता!

Updated Oct 25, 2021 | 15:03 IST

Laughing Tree: उत्तराखंड के कालाढूंगी जंगल में एक ऐसा अद्भुत पेड़ है, जिसे 'गुदगुदी' लगती है। इतना ही नहीं यह पेड़ बिल्कुल 'इंसानों' की तरह हरकत करता है। बताया जाता है कि यह पेड़ रामनगर के क्यारी जंगल में पाया जाता है।

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ये है हंसने वाला पेड़...
मुख्य बातें
  • उत्तराखंड में है एक अजीबोगरीब पेड़
  • पेड़ को छूने से होती है गुदगुदी!
  • दूर-दूर से इस पेड़ को देखने आते हैं लोग

ये दुनिया रहस्यों से भरी हुई है। यहां कब, क्या देखने और सुनने को मिल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता? हालांकि, समय-समय पर रहस्यों के बारे में कई खुलासे भी होते रहते हैं। कुछ की सच्चाई जानकर लोग दंग रह जाते हैं, तो कुछ पर यकीन करना मुश्किल हो जाता है। आज हम आपको एक ऐसे ही मामले से रू-ब-रू कराने जा रहे हैं। अगर आप से पूछा जाए कभी किसी को पेड़ को 'हंसते' देखा है। या फिर 'इंसानों' की तरह हरकत करते देखा? यकीनन आपका जवाब ना ही होगा और आप सोच रहे होंगे ऐसा कैसे हो सकता है? लेकिन, हम आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल संभव है। उत्तराखंड में एक ऐसा पेड़ है जिसे 'गुदगुदी' होती है। इतना ही नहीं छूने पर वह 'खिलखिलाने' भी लगता है। तो आइए, जानते हैं इस पेड़ के बारे में कुछ दिलचस्प बातें...

उत्तराखंड के कालाढूंगी जंगल में एक ऐसा अद्भुत पेड़ है, जिसे 'गुदगुदी' लगती है। इतना ही नहीं यह पेड़ बिल्कुल 'इंसानों' की तरह हरकत करता है। बताया जाता है कि यह पेड़ रामनगर के क्यारी जंगल में पाया जाता है। कार्बेट ग्राम विकास समिति ने पर्यटन से भी इस पेड़ को जोड़ दिया है। इतना ही नहीं पर्यटक इस पेड़ को हंसाने वाला पेड़ भी कहते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस पेड़ का वानस्पतिक नाम रंडिया डूमेटोरम है। अगर आप इस पेड़ के तने को छुते हैं तो उसकी शाखाएं हिलने लगती हैं। लिहाजा, इसे हंसने वाला पेड़ कहा गया है।

अब तक नहीं निकला कोई निष्कर्ष

इसे पेड़ को लेकर कई शोध भी किए गए हैं और शोध लगातार जारी है। लेकिन, अब तक कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है और ना ही इसकी गुत्थी सुलझ सकी है।   इस पेड़ की चर्चाएं दूर-दूर तक फैली हैं और इसे देखने के लिए हमेशा लोगों की भीड़ लगी रहती है। जब भी कोई पर्यटक यहां पहुंचता है तो इस पेड़ को जरूर छूता है और गुदगुदाते हुए उसे देखता है। तो आपको भी अगर कालाढूंगी जाने का मौका लगे तो इस पेड़ को छूकर इसकी गुदगुदी को जरूर महसूस कीजिएगा।