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GAIL के इस कदम से लग सकता है बड़ा झटका, फिर बढ़ेंगे CNG-PNG के दाम!

Updated Aug 02, 2022 | 15:05 IST

Natural Gas Price: नेचुरल गैस की मिश्रित दर आयातित गैस की लागत के आधार पर हर महीने बदलती है। इसका दाम जुलाई के 8.9 डॉलर से बढ़कर अगस्त में 10.5 डॉलर हो गया।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
GAIL के इस कदम से लग सकता है महंगाई का बड़ा झटका
मुख्य बातें
  • देश में महंगाई की मार झेल रही जनता को एक और झटका लग सकता है।
  • खाने के तेल से लेकर पेट्रोल-डीजल तक की कीमतों से लोग परेशान हैं।
  • सीएनजी के बढ़ते दाम का असर टैक्सी और कैब सर्विस पर देखने को मिलता है।

नई दिल्ली। उच्च कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत (LPG cylinder Price) के साथ सरकार के स्वामित्व वाली नेचुरल गैस एक्सप्लोरर और निर्माता गेल (GAIL) द्वारा सप्लाई की जाने वाली नेचुरल गैस की कीमत में भी बढ़ोतरी की गई है। सोमवार से मासिक संशोधन में प्राकृतिक गैस की कीमत (Natural Gas Price) 18 फीसदी बढ़कर 10.5 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू हो गई। कीमत में ताजा बढ़ोतरी मार्च के अंत में घरेलू सप्लाई के लिए सिटी गैस कंपनियों द्वारा भुगतान की गई दर से साढ़े तीन गुना और पिछले अगस्त की तुलना में लगभग छह गुना है।

बढ़ सकती है सीएनजी-पीएनजी की कीमत
राज्य द्वारा संचालित गेल डोमेस्टिक और आयातित LNG के मिश्रण को एक समान दर पर सिटी गैस कंपनियों को सप्लाई करती है। ऐसे में अब कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG Price) और पाइप्ड किचन ईंधन के ग्राहकों को कीमत में वृद्धि की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में सीएनजी की कीमत में एक साल में 74 फीसदी और मुंबई में 62 फीसदी का उछाल आया है। अब इसके और बढ़ने की उम्मीद है।

लखनऊ में ग्रीन गैस लिमिटेड ने वैसे ही सीएनजी के दाम 5.3 रुपये प्रति किलो बढ़ाकर 96.10 रुपये प्रति किलोग्राम कर दिया है। कंपनी ने पीएनजी की कीमत (PNG Price) 4.75 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ा दी है और अब लखनऊ में इसकी कीमत 56.20 रुपये प्रति किलो है।

पिछले साल इतनी थी डोमेस्टिक नेचुरल गैस की कीमत
अंतरराष्ट्रीय हब पर औसत दरों से जुड़े सरकार द्वारा निर्धारित फार्मूले के आधार पर पिछले साल अगस्त में डोमेस्टिक प्राकृतिक गैस की कीमत 1.79 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू थी। पिछले साल अक्टूबर में यह बढ़कर 2.9 डॉलर हो गई। इस साल अप्रैल में इसकी कीमत 6.1 डॉलर हो गई।

चूंकि घरेलू उत्पादन शहरी गैस कंपनियों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं था, इसलिए सरकार ने गेल को कमी को पूरा करने के लिए गैस आयात करने का निर्देश दिया था। अब सिटी गैस कंपनियों की पूरी आवश्यकता गेल द्वारा पूरी की जा रही है। कीमत घरेलू और आयातित गैस के आधार पर तय होती है।