- जम्मू से वाराणसी की विमान सेवा जून में हो सकती है बंद
- यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए लिया फैसला
- अप्रैल में शुरू हुई थी सीधी उड़ान
Jammu-Varanasi Flight: वाराणसी से मां वैष्णो देवी धाम जाने वाले यात्रियों और व्यापारियों के लिए यह जरूरी खबर है। काशी से जम्मू के लिए उड़ान जून में बंद की जा सकती है। इसका मुख्य कारण इस रूट पर यात्रियों की कम संख्या माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार, वाराणसी से मां वैष्णो देवी धाम जाने के लिए यात्रियों को मिलने वाली जम्मू की विमान सेवा जून से बंद हो सकती है। यात्रियों को उम्मीद थी कि, यह सेवा अक्तूबर तक संचालित होगी।
एयरलाइंस प्रतिनिधियों का कहना है कि, दो माह का स्लॉट लिया गया था। आगे यात्रियों की संख्या के हिसाब से संचालन जारी भी रह सकता है। उद्यमियों, ट्रैवल व टूरिज्म से जुड़े लोगों का कहना कि, विमान संचालन बंद नहीं होना चाहिए। बल्कि लोगों के बीच विमान सेवा का प्रचार-प्रसार करना चाहिए। इससे लोगों को सुविधा का पता चले और इसका लाभ उठाया जा सके।पर्यटन व उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा।
जम्मू व वाराणसी के बीच इंडिगो एयरलाइंस ने शुरू की थी सीधी सेवा
इंडिगो एयरलाइंस ने जम्मू व वाराणसी के बीच सीधी सेवा शुरू की थी। जम्मू के लिए लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से हफ्ते में तीन दिन मंगलवार, बृहस्पतिवार, शनिवार को विमान का संचालन होता है। इससे यात्रियों को ट्रेन के अलावा एक और विकल्प मिला था। लोग कम समय में जम्मू पहुंच रहे थे।
जम्मू से वाराणसी आने वाले यात्रियों की संख्या कम
इस रूट पर अप्रैल में यात्रियों क संख्या काफी कम थी। 180 सीटर विमान में कभी 50 तो 60 यात्रियों की ही बुकिंग हुई। मई शुरुआत में जाने वाले यात्रियों की संख्या में कुछ इजाफा हुआ, लेकिन जम्मू से वाराणसी आने वाले यात्रियों की संख्या कम है। एजेंसी संचालकों की माने तो यात्रियों की कमी के कारण विमान कंपनी संचालन बंद कर रही है।
बंद नहीं करनी चाहिए विमान सेवा
वहीं, एक उद्यमी का कहना है कि, जम्मू व वाराणसी के बीच विमान सेवा बंद नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रियों की संख्या कम है तो तीन के बजाय एक दिन ही संचालन करें, ऐसे में धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या बढ़ने लगेगी। टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष राहुल मेहता का कहना है कि, शुरुआती दौर में यात्रियों की कमी है, लेकिन जब लोगों को सेवा के बारे में पता चलेगा तो संख्या बढ़ने लगेगी। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।